क्या चेन्नई को फिर लय में ला पाएंगे धोनी

चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इस IPL में महेंद्र सिंह धोनी फिर से कप्तान बन गए हैं। रुतुराज गायकवाड़ के चोटिल होने के बाद धोनी ने टीम की कमान संभाली है, जब टीम मुश्किल में है। 5 में से 4 मैच हारकर CSK दबाव में है। धोनी का कप्तानी रिकॉर्ड शानदार है — 60% जीत के साथ उन्होंने 5 बार टीम को चैंपियन बनाया है।

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60 प्रतिशत जीत का रिकॉर्ड

अगर धोनी के कप्तानी रिकॉर्ड की बात करें तो उनका जीत प्रतिशत 60.42 है। उनकी कप्तानी में CSK ने 235 मैच खेले हैं, जिनमें से 142 में जीत मिली है। जब धोनी अनुपस्थित रहे तो सुरेश रैना (33% जीत), रविंद्र जडेजा (25%), और रुतुराज गायकवाड़ (42%) ने कप्तानी की, लेकिन उनकी सफलता सीमित रही। यह आंकड़े ही बताते हैं कि धोनी की कप्तानी में चेन्नई ने कितनी शानदार क्रिकेट खेली है। वैसे भी, टीम को पांच बार चैंपियन बनाने का श्रेय माही को ही जाता है।

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पटरी पर लाना ज़रूरी

फिलहाल धोनी का दोबारा कप्तान बनना टीम के लिए उत्साह लेकर आया है। अब देखना दिलचस्प होगा कि धोनी जीत के लिए क्या रणनीतियाँ अपनाते हैं। टीम में अच्छे खिलाड़ी तो हैं, लेकिन सामूहिक प्रयास में कमी है। टी20 क्रिकेट में जिस आक्रामकता की ज़रूरत है, उसमें टीम पिछड़ रही है। कुछ बल्लेबाज़ अर्धशतक तो बना रहे हैं, पर स्ट्राइक रेट अच्छा नहीं है। अगर इन मामलों में धोनी बदलाव लाते हैं, तो टीम फिर से जीत की पटरी पर लौट सकती है।

टीम में अच्छे खिलाडी होन के बावजूद प्रदर्शन खराब

टीम में अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन मिलकर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे। बल्लेबाज़ स्ट्राइक रेट में कमजोर दिख रहे हैं। अगर धोनी रणनीति बदलते हैं तो टीम फिर से जीत सकती है। धोनी की कप्तानी में चेन्नई पहला मैच शुक्रवार को KKR के खिलाफ खेलेगी, जो बहुत अहम होगा।रुतुराज भले ही कप्तानी में सफल नहीं रहे, लेकिन बल्लेबाज़ के तौर पर टीम के लिए बड़े मैच विनर रहे हैं। अब देखना है धोनी उनकी जगह किसे मौका देते हैं।

धोनी की कप्तानी में पहला मैच कोलकता से

धोनी की कप्तानी में चेन्नई पहला मैच शुक्रवार को खेलेगी। यह मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ चेन्नई के होम ग्राउंड चेपॉक में होगा। इस मैच का नतीजा चेन्नई और धोनी दोनों के लिए बहुत अहम रहेगा। एक और बात — भले ही रुतुराज गायकवाड़ कप्तानी में सफल नहीं रहे, पर बल्लेबाज के रूप में टीम के लिए बड़ी ताकत रहे हैं। पिछले चार सीज़नों में तीन बार उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाए। अब देखना होगा कि धोनी उनकी जगह किसे मौका देते हैं।


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