- होली पर सही रंगों का प्रयोग घर में खुशियां लाता है.
- रंगोली से वास्तु दोष और ग्रह कलेश दूर हो सकते हैं.
- मुख्य द्वार की दिशा के अनुसार रंग गुलाल का प्रयोग करें.

Holi Vastu Tips :
होली रंगों का त्यौहार है. नाच-गाने, हंसी-मजाक और आपसी भेदभाव को भूलकर गले लगाने का त्यौहार है. कहते हैं काफी समय से चली आ रही लड़ाई और झगड़े को भूलकर भी होली के दिन लोगों को गले लगा लिया जाता है. अगर होली पर रंगों का प्रयोग ज्योतिष के अनुसार हो तो होली की खुशियों में चार चांद लग जाते है.आइये जानते हैं किस तरह होली पर रंगों का प्रयोग किया जाना चाहिए. जिससे घर में खुशियां आएं,वास्तु दोष, ग्रह कलेश इत्यादि समस्याओं से छुटकारा मिल सके.
ज्योतिष के अनुसार बनाएं रंगोली :
होली के दिन होलिका दहन की बात घरों में रंगोली बनाने का बहुत पुराना चलन है इसमें होली का डंडा जहां रखा जाता है वहां और घर के मुख्य द्वार के पास रंगोली बनाई जाती है. यदि आपके घर में वास्तु दोष है और पैसों की तंगी चल रही है तो इस रंगोली को बनाने के लिए पीला, गुलाबी, हरा तथा लाल रंग का उपयोग करें. इससे आपको मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी और घर से वास्तु दोष भी दूर होगा.
ग्रह दोष दूर करने के लिये रंगों का प्रयोग :
आपको ग्रह दोष को दूर करके घर में नकारात्मक ऊर्जा को बाहर करना है तो होली के दिन साज सज्जा में घर के बाहर नीले,सफेद,पीले, नारंगी और क्रीम आदि कलर की लाइटों का प्रयोग करना चाहिए. घर के अंदर हर कमरे और उसकी दीवारों का रंग वास्तु के अनुसार ही करना चाहिए क्योंकि रंगों का हमारे जीवन पर सबसे बड़ा असर होता है.
कमरे में सजावट :
कमरों के अंदर चादर तकिया पर्दे बेडशीट और सोफे आदि के ऊपर कवर का रंग भी वस्तु के अनुसार होली में प्रयोग करें. गुलाबी, आसमानी रंग की बेडशीट, नील हल्के हरे या मिंट ग्रीन रंग के पर्दे लगाने चाहिए. इसके साथ ही घर में सफों को ढकने के लिए सजावट के तौर पर ग्रे, उजला भूरा और काला सफेद रंग के कवर का प्रयोग करना चाहिए.