यातायात के कारण आईटी कॉरिडोर जाम
हैदराबाद : गुरुवार शाम हुई भारी बारिश (Heavy Rain) ने हैदराबाद को थम सा दिया। गाचीबोवली में कुछ ही घंटों में 12.35 सेमी बारिश दर्ज की गई। इस भारी बारिश के कारण भारी जलभराव हो गया और यातायात जाम (Traffic Jam) की स्थिति बन गई, जो देर रात तक जारी रही। शहर की प्रमुख सड़कों पर वाहन चालक फंसे हुए थे, और जलमग्न इलाकों और जाम से जूझ रहे थे। सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों में मणिकोंडा , शेखपेट, गाचीबोवली और रायदुर्ग के साथ-साथ व्यस्त आईटी कॉरिडोर के अन्य हिस्से शामिल थे, जहाँ कई किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगी रहीं।
युवाओं ने सहायता के लिए उठाया कदम
शहर के अधिकारियों द्वारा जमीनी स्तर पर कार्रवाई न किए जाने के कारण, स्थानीय युवाओं ने सहायता के लिए कदम उठाया, यातायात को दिशा दी तथा बाढ़ग्रस्त चौराहों पर फंसे वाहन चालकों की मदद की। काम से लौट रहे कर्मचारियों को इस अफरा-तफरी का सबसे ज़्यादा सामना करना पड़ा। बंजारा हिल्स से मणिकोंडा तक का 20-25 मिनट का सामान्य सफ़र दो घंटे की मुसीबत में बदल गया, क्योंकि कई प्रमुख रास्ते या तो अवरुद्ध थे या फिर उनकी गति बहुत धीमी थी।
कई रिहायशी इलाकों का टूट गया संपर्क
चित्रपुरी कॉलोनी और लैंको हिल्स समेत कई रिहायशी इलाकों का संपर्क टूट गया क्योंकि सभी संपर्क मार्ग जलमग्न हो गए थे। निवासियों को अपने घरों तक पहुँचने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ा, और कुछ कॉलोनियाँ घंटों तक जलमग्न रहीं। भारी बारिश ने एक बार फिर शहर को अचंभित कर दिया, जिससे कई उच्च घनत्व वाले क्षेत्रों में खराब तैयारियों और अपर्याप्त जल निकासी बुनियादी ढांचे पर प्रकाश पड़ा।

हैदराबाद को और क्या कहा जाता है?
पुराने समय में हैदराबाद को “भाग्यनगर” के नाम से जाना जाता था, जो कि भागमती नामक स्त्री के नाम पर पड़ा था। यह शहर “सिटी ऑफ पर्ल्स” के नाम से भी प्रसिद्ध है, क्योंकि यहां मोती का व्यापार ऐतिहासिक रूप से प्रमुख रहा है और आज भी यह एक सांस्कृतिक केंद्र बना हुआ है।
गचीबोवली का नाम कैसे पड़ा?
गचीबोवली नाम दो शब्दों से मिलकर बना है – ‘गची’ यानी चूना और ‘बोवली’ यानी कुआं। पुराने समय में इस क्षेत्र में चूने के पत्थर और पुराने कुओं की भरमार थी। उसी कारण से इसे गचीबोवली कहा जाने लगा। यह क्षेत्र अब एक प्रमुख IT हब और स्पोर्ट्स ज़ोन बन चुका है।
क्या गचीबोवली सुरक्षित है?
गचीबोवली को हैदराबाद का एक सुरक्षित और विकसित क्षेत्र माना जाता है, विशेषकर आईटी पेशेवरों और छात्रों के लिए। यहां पुलिस की निगरानी, सड़कें, स्ट्रीट लाइट्स और कॉलोनियों में सुरक्षा व्यवस्था अच्छी मानी जाती है। हालांकि, किसी भी शहरी क्षेत्र की तरह, सामान्य सतर्कता आवश्यक होती है।
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