इजरायल ने शुक्रवार को ईरान के परमाणु और सैन्य ढांचे पर युद्धक विमानों और ड्रोन से भीषण हमले किए, ताकि प्रमुख प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा सके और शीर्ष जनरल एवं वैज्ञानिकों को मारा जा सके।
इरान ने अभियान को ‘सिवियर पनिशमेंट’ (गंभीर सजा) नाम दिया है
ईरान ने इजरायली हमलों का जवाब देते हुए सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइल दागीं। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने यह जानकारी दी है। एजेंसी के मुताबिक, ईरान ने देश के परमाणु और सैन्य स्थलों पर इजरायल के भीषण हमलों के जवाब में यह कदम उठाया है। उसने बताया कि ईरानी सेना ने इजरायल के खिलाफ अपने अभियान को ‘सिवियर पनिशमेंट’ (गंभीर सजा) नाम दिया है। इन हमलों में 2 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 20 से अधिक घायल हैं।
विध्वंसक मिसाइल रक्षा प्रणाली ने पिछले हमलों के दौरान मिसाइल को रोका है
वहीं, अमेरिकी सेना ईरान की ओर से इजरायल पर जवाबी कार्रवाई में दागी गई मिसाइल को रोकने में मदद कर रही है। अमेरिका के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। अधिकारी ने कहा कि अमेरिका मिसाइल रोकने में सहायता करने और क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों को बेहतर सुरक्षा प्रदान करने के लिए इजरायल के करीब अपनी प्रणालियों को ले जा रहा है। अधिकारी ने यह नहीं बताया कि अमेरिका ने किस तरह से सहायता प्रदान की, लेकिन अमेरिकी वायु सेना के लड़ाकू विमानों और विध्वंसक मिसाइल रक्षा प्रणाली ने पिछले हमलों के दौरान मिसाइल को रोका है।
इजरायल के भीषण हमलों के जवाब में यह कदम उठाया
इजरायल ने शुक्रवार को ईरान के परमाणु और सैन्य ढांचे पर युद्धक विमानों और ड्रोन से भीषण हमले किए, ताकि प्रमुख प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया जा सके और शीर्ष जनरल एवं वैज्ञानिकों को मारा जा सके। इसके बाद ईरान ने शुक्रवार को इजरायल की ओर सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइल दागीं। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए के मुताबिक, ईरान ने देश के परमाणु और सैन्य स्थलों पर इजरायल के भीषण हमलों के जवाब में यह कदम उठाया।
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