रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जारी युद्ध ने पूरे यूरोप की सुरक्षा परिदृश्य को बदल दिया है। ड्रोन हमले, क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों के ख़तरों ने यह साफ कर दिया है कि महाद्वीप को एक सामूहिक सुरक्षा ढांचे की ज़रूरत है। इसी पृष्ठभूमि में 21 देशों ने मिलकर एक नई रक्षा पहल की घोषणा की है, जिसका नाम है यूरोपियन स्काई शील्ड इनिशिएटिव (ESSI)। यह पहल रूस के संभावित हवाई और मिसाइल हमलों से बचाव के लिए बनाई जा रही है।
क्या है स्काई शील्ड?
स्काई शील्ड एक मल्टी-लेयर्ड एयर डिफेंस सिस्टम होगा, जिसमें छोटी, मध्यम और लंबी दूरी तक मार करने वाली इंटरसेप्टर मिसाइलों का नेटवर्क शामिल होगा। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि किसी एक देश की सीमा में पता चले खतरे को दूसरे देश की वायु रक्षा प्रणाली तुरंत नष्ट कर सकेगी। यानी यह पहल पूरे यूरोप के लिए एक साझा ‘एयर प्रोटेक्शन ज़ोन’ तैयार करेगी।
यूक्रेन की सुरक्षा पर फोकस
इस प्रोजेक्ट का एक बड़ा लक्ष्य है कि यूक्रेन के पश्चिमी और मध्य हिस्सों को रूस के ड्रोन और मिसाइल हमलों से बचाया जाए। योजना के मुताबिक, लगभग 120 सहयोगी देशों के फाइटर जेट यूक्रेन के आकाश की निगरानी और सुरक्षा में तैनात किए जा सकते हैं। इससे रूसी हमलों को यूरोपीय सीमाओं तक पहुँचने से पहले ही रोका जा सकेगा।
खासियतें
- उन्नत रडार और सेंसर नेटवर्क जो वास्तविक समय में खतरे को पकड़ सके।
- एकीकृत कमांड-कंट्रोल सिस्टम, जो सभी सदस्य देशों की वायु सेनाओं को जोड़ देगा।
- छोटे ड्रोन से लेकर हाई-स्पीड मिसाइल तक हर तरह के हवाई हमले को रोकने की क्षमता।
चुनौतियाँ और सवाल
हालाँकि यह पहल महत्वाकांक्षी है, लेकिन इसके साथ कई चुनौतियाँ भी जुड़ी हैं। सबसे बड़ी चुनौती है कि क्या विभिन्न देशों की सेनाएँ और उपकरण तकनीकी रूप से पूरी तरह एकीकृत हो पाएँगे? इसके अलावा, रूस इसे युद्ध को और बढ़ाने वाला कदम मान सकता है, जिससे राजनीतिक तनाव और गहरा सकता है।
फिलहाल, स्काई शील्ड यूरोप की सुरक्षा का भविष्य तय करने वाली परियोजना के रूप में देखी जा रही है। 21 देशों की यह एकजुटता इस बात का संकेत है कि यूरोप अब सुरक्षा के मामले में रूस के खिलाफ साझा मोर्चा बनाने को तैयार है। अगर यह योजना सफल होती है, तो आने वाले समय में रूस के ड्रोन और मिसाइल हमलों को पहले ही आकाश में नष्ट किया जा सकेगा और यूरोपीय नागरिक खुद को कहीं ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे।
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