1 से 31 जुलाई तक चला व्यापक अभियान
आदिलाबाद। हाल ही में संपन्न ‘ऑपरेशन मुस्कान (Operation Muskaan)’ के दौरान पूर्ववर्ती आदिलाबाद जिले में मजदूरी के लिए मजबूर 300 से अधिक बच्चों को बचाया गया , जिससे वे स्कूल लौट सकें और अपना बचपन वापस पा सकें। अधिकारियों ने बताया कि 1 से 31 जुलाई तक चले एक महीने के अभियान के तहत कुल 328 बच्चों को बचाया गया। इनमें से सबसे अधिक 122 बच्चे मंचेरियल (Mancherial) जिले से, उसके बाद आदिलाबाद (93), निर्मल (65) और कुमराम भीम आसिफाबाद (48) से बचाए गए।
संयुक्त टीमों ने किया औचक निरीक्षण
महिला विकास एवं बाल कल्याण विभाग के तत्वावधान में, पुलिस, जिला बाल संरक्षण इकाइयों, श्रम, शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभागों और गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से, यह बचाव अभियान चलाया गया। संयुक्त टीमों ने भोजनालयों, ईंट भट्टों, फलों की दुकानों, निर्माण स्थलों और अन्य प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया और नाबालिगों को शोषणकारी परिस्थितियों से बचाया। इस अभियान के दौरान नियोक्ताओं और अभिभावकों को बाल श्रम के कानूनी और सामाजिक परिणामों के बारे में जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए गए।
विशेष जरूरतों वाले बच्चों को राज्य द्वारा संचालित गृहों में भर्ती कराया गया
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बचाए गए बच्चों को काउंसलिंग के बाद उनके माता-पिता को सौंप दिया गया है। कम वेतन और शोषणकारी परिस्थितियों में बच्चों से काम कराने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बचाए गए कई बच्चे ओडिशा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों के रहने वाले हैं। अधिकारियों ने बताया कि 2017 से जुलाई 2025 के बीच ऑपरेशन स्माइल के आठ संस्करणों के माध्यम से अविभाजित आदिलाबाद जिले से 7,000 से अधिक बच्चों को बचाया गया है। जबकि कई को उनके मूल राज्यों में वापस भेज दिया गया, अनाथ और बेसहारा बच्चों के साथ-साथ विशेष जरूरतों वाले बच्चों को राज्य द्वारा संचालित गृहों में भर्ती कराया गया।
दर्ज किए गए मामले
महीने भर चले अभियान के दौरान, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चार पुलिस कांस्टेबलों सहित सात सदस्यों की एक विशेष टीम ने बाल श्रमिकों की पहचान की और उन्हें मुक्त कराया। इन टीमों ने परिवारों को परामर्श भी दिया और यह सुनिश्चित किया कि बच्चों का स्कूल में नामांकन हो। नाबालिगों को काम पर रखने वाले छोटे-मोटे ढाबों, बेकरियों, फल विक्रेताओं और अन्य व्यवसायों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए। राज्य ने बाल श्रम उन्मूलन के लिए 2017 में ऑपरेशन मुस्कान नामक दोहरे अभियान की शुरुआत की थी, जिसका नाम था जनवरी में ऑपरेशन स्माइल और जुलाई में ऑपरेशन मुस्कान। इस पहल का नेतृत्व महिला विकास एवं बाल कल्याण विभाग पुलिस, श्रम अधिकारियों और स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से कर रहा है।

आदिलाबाद क्यों प्रसिद्ध है?
यह जिला अपनी घनी वन संपदा, कोयले और खनिज संसाधनों के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, यहां की जनजातीय संस्कृति और कागज उद्योग भी प्रसिद्ध हैं।
आदिलाबाद की जनसंख्या कितनी है?
2011 की जनगणना के अनुसार, आदिलाबाद जिले की कुल जनसंख्या लगभग 7 लाख 8 हजार के करीब थी, जो अब 2025 में अनुमानतः 8 लाख से अधिक हो चुकी है।
आदिलाबाद का पिन कोड क्या है?
इस जिले के मुख्य शहर आदिलाबाद का पिन कोड 504001 है। जिले के विभिन्न क्षेत्रों के लिए अन्य पिन कोड भी निर्धारित हैं।
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