पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद स्थानीय लोगों के खिलाफ हो रही ‘पकड़-धकड़’ की कार्रवाई को बंद करने की मांग की है। इस हमले में 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली पर्यटक की मौत हुई थी।
मुफ्ती ने कहा कि पहलगाम के लोग इस घटना से गहरे दुखी हैं लेकिन इसके बावजूद उन्होंने घायलों की मदद की, रक्तदान किया और जान बचाई। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सैकड़ों लोगों को आतंकियों का सहयोगी मानकर हिरासत में लिया गया, जो गलत है। उन्होंने कहा कि कश्मीरी दिल से अच्छे लोग हैं, देश को उन पर भरोसा करना चाहिए और इस तरह की कार्रवाई बंद होनी चाहिए।
उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई, और पर्यटकों तथा अमरनाथ यात्रियों से घाटी आने की अपील की। उन्होंने कहा कि पहलगाम ने हमेशा यात्रियों का स्वागत किया है, और यहां पहले कभी अमरनाथ यात्रा पर हमला नहीं हुआ।
महबूबा मुफ्ती ने यह भी बताया कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत की, जिन्होंने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कुछ राहत की बात कही।
इस हमले के बाद, भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करना, और पाकिस्तान से सभी वस्तुओं के आयात-निर्यात पर तत्काल प्रतिबंध लगाना शामिल है, ताकि पाकिस्तान को सीमापार आतंकवाद के समर्थन से रोका जा सके।