फारूक अब्दुल्ला ने इसे क्षेत्र में शांति के लिए ज़रूरी बताया। महबूबा मुफ्ती ने भी युद्धविराम का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि दोनों देश स्थायी शांति के लिए काम करेंगे।
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम का विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को संघर्ष विराम का कठोरता से पालन करना होगा। क्योंकि वह भारत की ताकत के आगे की नहीं सकता।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सत शर्मा ने कहा कि यह संघर्ष विराम पाकिस्तान के आग्रह पर हुआ है। पाकिस्तान की ओर से फोन आया था क्योंकि पाकिस्तान को तीन दिनों में ही पता चल गया था कि वो भारत का मुकाबला नहीं कर सकता।
पाकिस्तान का फर्ज बनता है कि वह इस संघर्ष विराम का कठोरता से पालन करें क्योंकि अगर भारत ने फिर से जवाबी कार्रवाई शुरू की तो पाकिस्तान के पास बचाने के लिए कुछ नहीं बचेगा। संघर्ष विराम के बाद पाकिस्तान की ओर से दोबारा उल्लंघन किया जाना चिंता का विषय है और वैश्विक समुदाय को भी पाकिस्तान की इस हरकत को गंभीरता से लेना चाहिए।
शत्रुता को समाप्त करने की तत्काल आवश्यकता: फारूक
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने भारत और पाकिस्तान द्वारा पूर्ण और तत्काल युद्ध विराम का स्वागत करते हुए शत्रुता को समाप्त करने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया। फारूक ने संघर्ष विराम के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति ने क्षेत्र में लोगों और उनकी संपत्ति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। नियंत्रण रेखा हो या अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ हमारे लोगों ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच बिगड़ती स्थिति का खामियाजा उठाया है। यह उपाय हमारे लोगों की पीड़ा को काफी हद तक कम करेगा जो गोलीबारी में फंस गए हैं।
उनकी पार्टी ने हमेशा भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी मित्रता की वकालत की है। विश्वास की कमी को पाटने की प्राथमिक जिम्मेदारी पाकिस्तान की है जिसे सीमा पार आतंकवाद के बारे में भारत की वास्तविक चिंताओं को हल करना चाहिए।
‘संघर्ष विराम का पालन जमीनी सतह पर सुनिश्चित हो’
- प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने संघर्ष विराम का स्वागत करते हुए कहा कि लोग राहत महसूस कर रहे हैं।
- कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा ने कहा कि संघर्ष विराम का जमीनी सतह पर पालन होना चाहिए।
- अभी भी पाकिस्तान की तरफ से इसके उल्लंघन की खबरें आ रही है।
- उन्होंने इस बात भी हैरानी जताई कि संघर्ष विराम की घोषणा अमेरिका से हो रही है।
- उन्होंने कहा कि हम सेना की बहादुरी को नमन करते है।
- हमले में मारे गए लोगों के प्रति हमारी संवेदना है।
- सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री को शामिल होना चाहिए।
- सभी मुद्दों पर चर्चा हो।
- संसद का विशेष सत्र भी बुलाया जाए।
दोनों देश क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए काम करें: महबूबा मुफ्ती
भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम का ऐलान होने पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने खुशी जताई है। उन्होंने फैसला का स्वागत करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के हस्तक्षेप करने पर भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल युद्ध विराम एक स्वागत योग्य कदम है।
- मुझे उम्मीद है कि दोनों देश इस क्षेत्र के लिए एक स्थायी शांति की दिशा में काम करेंगे।
- यह जम्मू-कश्मीर के लोगो के लिए खुशखबरी है।
- यहां पर बहुत से लोग जिनमें बच्चे शामिल हैं, वे मारे गए हैं।
- युद्धविराम से दोनों तरफ के लोग खुश होंगे।
हर तरफ राहत की भावना: सज्जाद
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने युद्ध विराम की घोषणा एक स्वागत योग्य कदम है। हर तरफ राहत की भावना है। जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों के निवासियों ने बहुत ही कष्टदायक समय बिताया है। आशा है कि वे अपना जीवन फिर से शुरू कर पाएंगे और आशा है कि हम एक समाज के रूप में उनकी सहायता करेंगे और उनके घरों को फिर से बनाने में उनकी मदद करेंगे।
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