भारत के प्रधान न्यायधीश संजीव खन्ना ने सुप्रीम कोर्ट में अपने अंतिम दिन पर कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि उनका उत्तराधिकारी, प्रधान न्यायधीश-निर्वाचित न्यायमूर्ति बी. आर. गवाई, सुप्रीम कोर्ट के मूल्यों, मौलिक अधिकारों और संविधान के सिद्धांतों को बनाए रखेंगे।
सर्वोच्च न्यायालय में अपने अंतिम दिन मिली भरपूर प्रशंसा से अभिभूत भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने मंगलवार को कहा कि उन्हें विश्वास है कि उनके उत्तराधिकारी मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई सर्वोच्च न्यायालय के मूल्यों, मौलिक अधिकारों और बुनियादी संवैधानिक सिद्धांतों को कायम रखेंगे। यह एक ऐतिहासिक क्षण था, जिसमें संजीव खन्ना और बीआर गवई के साथ न्यायमूर्ति संजय कुमार भी मौजूद थे। यह अवसर सिर्फ न्यायमूर्ति खन्ना की योगदान को ही नहीं, बल्कि उनके चाचा, पूर्व सुप्रीम कोर्ट जज न्यायमूर्ति एच. आर. खन्ना की विरासत को भी सम्मानित करने का था।
न्यायमूर्ति खन्ना ने सभी के प्रति जताया आभार
न्यायमूर्ति खन्ना ने न्यायमूर्ति गवई को अपने सबसे बड़े सहायक के रूप में संबोधित करते हुए कहा, ‘हम दोनों एक ही वर्ष में ऊंचे पदों पर नियुक्त हुए थे। हम कई बार एक साथ चर्चा कर चुके हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि वे इस संस्थान को मजबूत बनाएंगे और मौलिक अधिकारों के साथ-साथ हमारे संविधानिक सिद्धांतों को कायम रखेंगे।’ न्यायमूर्ति खन्ना ने अपने कार्यकाल के दौरान मिले अनुभवों को साझा करते हुए कहा, ‘मैं इस यात्रा को लेकर बहुत आभारी हूं। मुझे कई खूबसूरत यादें मिली हैं, जो हमेशा मेरे साथ रहेंगी।’ उन्होंने यह भी कहा कि न्यायपालिका में न्यायधीशों के साथ-साथ बार (वकीलों) का भी अहम योगदान है, क्योंकि वे न्यायिक व्यवस्था के प्रति सार्वजनिक विश्वास को बनाए रखते हैं।
न्यायमूर्ति गवई और संजय कुमार ने की न्यायमूर्ति खन्ना की तारीफ
- इस दौरान न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि न्यायमूर्ति खन्ना ने न केवल अपनी चाचा की विरासत को आगे बढ़ाया, बल्कि उसे अपनी पहचान भी दी।
- उन्होंने न्यायमूर्ति खन्ना की न्यायिक स्पष्टता, नैतिक विश्वास और मौलिक अधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की।
- न्यायमूर्ति संजय कुमार ने भी न्यायमूर्ति खन्ना की कार्यशैली की तारीफ की और बताया कि वह हमेशा शांत और संयमित रहते थे, भले ही वकील तैयार नहीं होते थे।
- इस मौके पर केंद्रीय वकील आर. वेंकटरमणि और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी न्यायमूर्ति खन्ना के निर्णयों की सराहना की, जिनमें सटीकता, स्पष्टता और संविधानिक मूल्यों की झलक मिलती थी।
न्यायमूर्ति खन्ना एक प्रकाश स्तंभ की तरह- सिब्बल
वहीं सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने कहा, ‘न्यायमूर्ति खन्ना एक प्रकाश स्तंभ की तरह हैं, जिन्होंने न्यायपालिका के मानक को ऊंचा किया है। उनका न्याय के प्रति सहज संवेदनशीलता और युवा वकीलों को प्रोत्साहन देने का तरीका कभी नहीं भुलाया जाएगा।’ न्यायमूर्ति खन्ना का कार्यकाल बहुत ही महत्वपूर्ण और संक्षिप्त रहा, लेकिन उनकी निर्णयों, पारदर्शिता और न्यायिक जवाबदेही के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें इतिहास में एक स्थायी स्थान दिलवाया है।
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