उस्मानिया विश्वविद्यलय प्रशासन द्वारा परिसर में विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को विश्वविद्यालय बंद का आह्वान के बाद तनाव है।
सुबह से ही ओयू पुलिस ने कई एबीवीपी नेताओं ने उस्मानिया विश्विद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया है। उन्हें ओयू पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि यह सर्कुलर छात्रों को फंड की कमी, फैकल्टी की भर्ती, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और घटिया भोजन के खिलाफ आवाज उठाने से रोकने की साजिश है। एबीवीपी ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय सोमवार तक सर्कुलर को वापस नहीं लेता है, तो वह ‘चलो विधानसभा’ विरोध प्रदर्शन का आह्वान करेगा।
उल्लेखनीय है कि बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक के.टी. रामा राव ने रविवार को विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस सरकार के फैसले की निंदा की और इसे लोकतंत्र पर सीधा हमला बताया। उन्होंने सवाल किया कि क्या यही वह ‘लोकतंत्र की भावना’ है जिसके बारे में राहुल गांधी और कांग्रेस ने विरोध के अधिकार की वकालत करते हुए बार-बार बात की थी।