तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कहा है कि उनकी सरकार कर्ज के बोझ और अन्य कारकों के कारण नकदी की कमी का सामना कर रही है और कर्मचारियों के वेतन भुगतान के लिए आरबीआई से 4,000 करोड़ रुपये का ऋण लेने के बाद वह कर्मचारियों को वेतन देने में सक्षम है। हाल ही में विधान परिषद में बोलते हुए उन्होंने सरकारी कर्मचारियों से कठिन नकदी स्थिति को देखते हुए महंगाई भत्ते (डीए) और अन्य के भुगतान के संबंध में सहयोग करने का आग्रह किया। हालांकि उन्होंने कहा कि वेतन हर महीने की पहली तारीख को दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हर महीने की पहली तारीख को वेतन देने में भी सरकार सक्षम नही है। इसके बावजूद करमचारियोंको समय पर वेतन का भुगतान कर दिया जा रहा है।
रेवंत रेड्कडी ने कहा कि मैंने 4,000 करोड़ रुपये का ऋण लेकर पहली तारीख को वेतन का भुगतान किया।” रे राज्य सरकार हर महीने 18,000 करोड़ रुपये से 18,500 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करती है, जबकि सरकारी कर्मचारियों के वेतन और पेंशन के लिए 6,500 करोड़ रुपये आवंटित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि 6,500 करोड़ रुपये का इस्तेमाल बीआरएस शासन के दौरान लिए गए कर्ज की अदायगी के लिए किया जाता है, जिससे सरकार के पास केवल 5,000 करोड़ से 5,500 करोड़ रुपये ही बचते हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न विकास परियोजनाओं की वित्तीय मांगों के अलावा लगभग 30 सरकारी कल्याणकारी योजनाएं हैं, जिन्हें हर महीने वित्त पोषण की आवश्यकता होती है। रेड्डी ने कहा कि सरकार विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के लिए चरणबद्ध भुगतान के माध्यम से स्थिति का प्रबंधन कर रही है।