तो कब मनाई जाएगी रामनवमी? अयोध्या के विद्वान से दूर करें कंफ्यूजन
चैत्र नवरात्रि 8 दिन होने के कारण रामनवमी की तिथि को लेकर कंफ्यूजन है तो चलिए आज हम आपको इस रिपोर्ट में विस्तार से बताते हैं कि कब है रामनवमी? क्या है शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व
हाइलाइट्स
- रामनवमी 6 अप्रैल को मनाई जाएगी।
- रामनवमी का शुभ मुहूर्त 11:08 से 1:39 तक है।
- अयोध्या में भव्य आयोजन होगा।
सनातन धर्म में होली, दीपावली और रामनवमी जैसे पर्व को बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी का पर्व मनाया जाता है. धार्मिक ग्रंथो के मुताबिक इस दिन प्रभु राम का जन्म हुआ था. बाल्मिक रामायण के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन अभिजीत मुहूर्त और कर्क लग्न में प्रभु श्री राम का जन्म हुआ था. इसी वजह से इस दिन भगवान श्री राम की विधि विधान पूर्व पूजा आराधना की जाती है।
प्रभु राम की नगरी अयोध्या में इस दिन भव्य आयोजन भी होता है. लेकिन इस बार चैत्र नवरात्रि 8 दिन होने के कारण रामनवमी की तिथि को लेकर कंफ्यूजन है. तो चलिए आज हम आपको इस रिपोर्ट में विस्तार से बताते हैं कि कब है रामनवमी? क्या है शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व।
कब है शुभ मुहूर्त
दरअसल अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि वैदिक पंचांग के अनुसार चैत्र शुक्ल नवमी तिथि का आरंभ 5 अप्रैल दिन शनिवार शाम 7:26 से शुरू होकर 6 अप्रैल रविवार शाम 7:22 तक रहेगी. ऐसी स्थिति में रामनवमी का पर्व 6 अप्रैल को मनाया जाएगा। जिसमें रामनवमी का शुभ मुहूर्त सुबह 11:08 से लेकर दोपहर 1:39 तक रहेगा।
शुभ संयोग का निर्माण
इतना ही नहीं रामनवमी के दिन कई शुभ संयोग का निर्माण भी हो रहा है. रामनवमी के दिन रवि पुष्प योग के साथ विश्वकर्मा योग सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है. इस दुर्लभ सयोग में किया गया पूजा कई गुना फल भी देगा।
ऐसे करें पूजा
रामनवमी के दिन भगवान प्रभु राम की पूजा आराधना करनी चाहिए. हिंदू पुराण के अनुसार इस दिन प्रभु राम का जन्म दोपहर को हुआ था । ऐसी स्थिति में इस दिन विधि विधान दुर्बल प्रभु राम की पूजा आराधना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है साथ ही जीवन में खुशियां बनी रहती है।