नई दिल्ली. पहलगाम अटैक के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और पाकिस्तान को कुछ ही दिनों में घुटनों पर ले आया. इस अभूतपूर्व सैन्य अभियान में सेना के तीनों अंगों के बीच बेहतरीन कोऑर्डिनेशन यानी समन्वय भी देखने को मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के बीच समन्वय को लेकर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी CDS का गठन किया गया था. ऑपरेशन सिंदूर में इसका लाभ भी मिला.
युद्ध के समय बेहतर रणनीति बनाने में होगा सक्षम
भारत युद्ध के वक्त ट्राइसर्विसेज के रिसोर्स को और बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल करने और तालमेल को लेकर ज्वाइंट सर्विसेज कमान को अमल में लाने की प्रक्रिया को फास्ट ट्रैक पर ला दिया है. इससे जुड़े नए नियमों को नोटिफाई भी कर दिया गया है. बता दें कि चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने पहले ही थिएटर सिस्टम को अमल में ला चुका है.
देश के पूर्वी और उत्तरी सीमा पर चीन की ओर से पैदा होने वाले किसी भी तरह के खतरे को माकूल जवाब देने के लिए अब भारत ने थिएटर सिस्टम को अस्तित्व में लाने की दिशा में पहला और बड़ा कदम उठाया है.
भारत ने तेज की तैयारी
भारत सरकार ने सशस्त्र बलों की कार्यप्रणाली को अधिक संयुक्त, दक्ष और प्रभावी बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए इंटर-सर्विस ऑर्गेनाइजेशंस (कमांड, कंट्रोल और डिसिप्लिन) एक्ट, 2023 के तहत नियमों को 27 मई को नोटिफाई कर दिया है. इससे थिएटर कमांड की दिशा में तेज़ी से काम शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है, जो भविष्य में होने वाले युद्ध के लिए तीनों सेनाओं की ज्वाइंट पावर का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करेगा.
पाकिस्तान के साथ के तनाव बीच उठाया गया कदम
यह कदम उस समय उठाया गया है जब 7-10 मई को पाकिस्तान के साथ हुई सैन्य झड़प (ऑपरेशन सिंदूर) में तीनों सेनाओं ने मिलकर अत्यधिक समन्वय के साथ अभियान चलाया और बेहतरीन सैन्य परिणाम हासिल किए. इस घटना ने आर्म्ड फोर्सेज के थिएटराइजेशन के महत्व को और भी स्पष्ट कर दिया है.