लागत 80 करोड़ से बढ़ाकर 200 करोड़ रुपए करने पर बीआरएस ने उठाया सवाल
हैदराबाद। पूर्व मंत्री और बीआरएस विधायक पी सबिता इंद्र रेड्डी ने मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी के इस दावे को खारिज कर दिया कि बीआरएस यंग इंडिया-एकीकृत आवासीय स्कूलों का विरोध करती है। उन्होंने प्रत्येक एकीकृत आवासीय विद्यालय के निर्माण की लागत 80 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 200 करोड़ रुपये करने पर भी सवाल उठाया तथा अन्य राज्यों की एजेंसियों को निर्माण कार्य सौंपने की साजिश का संदेह जताया।
पिछली बीआरएस सरकार की उपलब्धियों को गलत तरीके से पेश करने का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि निर्माण लागत में इतनी भारी वृद्धि क्यों हुई? भवन निर्माण अभी पूरा भी नहीं हुआ है, लेकिन सरकार उनके बारे में विज्ञापन देने में व्यस्त है। सरकार को यह भी समझना चाहिए कि केवल इमारतें ही स्कूल नहीं बनातीं। गुरुवार को तेलंगाना भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सबिता इंद्र रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस सरकार खुद एकीकृत स्कूलों के भविष्य के बारे में अनभिज्ञ है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के खिलाफ झूठा अभियान चलाने और इस संबंध में पिछली बीआरएस सरकार की उपलब्धियों को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया।
2,000 से अधिक मौजूदा सरकारी स्कूलों को बंद करने के प्रयासों की निंदा
उन्होंने कहा कि रेवंत रेड्डी ने जिन छात्रों को सफलता की कहानियों के रूप में पेश किया है, वे के चंद्रशेखर राव द्वारा स्थापित गुरुकुलों के उत्पाद हैं। चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में ही सैकड़ों नए गुरुकुल स्थापित किए गए और उन्हें ध्यानपूर्वक चलाया गया। उन्होंने इन पहलों का श्रेय लेने के लिए रेवंत रेड्डी को फटकार लगाई। उन्होंने बिना किसी स्पष्टीकरण के 2,000 से अधिक मौजूदा सरकारी स्कूलों को बंद करने के प्रयासों की निंदा की। इस बीच, एमएलसी सुरभि वाणी देवी ने कई मंडल परिषद और जिला परिषद स्कूलों की खराब स्थिति का हवाला देते हुए सरकार से तुरंत स्कूल विकास निधि और छात्रवृत्ति जारी करने की मांग की।