केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने रविवार को कांग्रेस और बीआरएस पर संसदीय क्षेत्र परिसीमन के मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। यहां नामपल्ली स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए जी.किशन रेड्डी कहा कि ये पार्टियां डीएमके के साथ मिलकर परिसीमन मुद्देको लेकर अनावश्यक भय और राजनीतिक भ्रम पैदा करने के लिए झूठा प्रचार कर रही हैं।
किशन रेड्डी ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार ने अभी तक संसद या कैबिनेट में परिसीमन पर चर्चा शुरू नहीं की है। उन्होंने मोदी सरकार द्वारा दक्षिणी राज्यों के साथ भेदभाव करने के आरोपों को निराधार और राजनीति से प्रेरित करार देते हुए खारिज कर दिया।किशन रेड्डी ने कहा कि भाजपा सभी क्षेत्रों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और निर्वाचन क्षेत्र की सीमाओं में कोई भी बदलाव जनगणना और विशेषज्ञों और राज्य सरकारों के साथ परामर्श सहित उचित संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन करेगा।
उन्होंने डीएमके पर परिसीमन मुद्दे का इस्तेमाल तमिलनाडु में अपने भ्रष्टाचार और शासन की विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए करने का आरोप लगाया। किशन रेड्डी ने राजनीतिक लाभ के लिए जनता को गुमराह करने के प्रयास के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और बीआरएस नेता केटी रामा राव (केटीआर) की भी आलोचना की।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, बीआरएस और डीएमके ने दक्षिण में भाजपा को बढ़त हासिल करने से रोकने के लिए अवसरवादी गठबंधन बनाया है। किशन रेड्डी ने दोहराया कि मोदी सरकार एक दशक से अधिक समय से राष्ट्रीय विकास और समावेशी शासन के दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है। उन्होंने लोगों से “परिवार द्वारा संचालित और भ्रष्ट पार्टियों” द्वारा फैलाए जा रहे झूठे आख्यानों को खारिज करने का आग्रह किया और निष्पक्ष और पारदर्शी शासन के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। किशन रेड्डी ने इस बात पर भी जोर दिया कि भाजपा के खिलाफ राजनीतिक गठबंधनों के बावजूद, पार्टी लोगों के समर्थन से तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में आगे बढ़ती रहेगी।