दूल्हे की मौत से परिवार में मचा कोहराम, दुल्हन का रो-रोकर बुरा हाल
40 दिन पहले हुए निकाह के बाद पहली बार ससुराल आए सॉफ्टवेयर इंजीनियर की जिम में कार्डियेक अरेस्ट से मौत हो गई। दुल्हन की अभी तक हाथों की मेहंदी भी नहीं उतरी थी और कुदरत ने उसके शौहर को छीन लिया। अचानक युवक की मौत से दोनों परिवारों में मातम छाया हुआ है। मोहल्ला छड़ियान निवासी मोहम्मद इरशाद की तीन बेटियों में सबसे छोटी बेटी शमा का निकाह 23 अप्रैल को जनपद बागपत के गांव कोताना निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर आजम के साथ हुआ था।
वह मोहम्मद इरशाद का भांजा भी लगता था। इरशाद ने बताया कि करीब आठ दिन पहले उसकी बेटी ससुराल से अपने घर आई थी। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे दामाद आजम घर आया। निकाह के बाद पहली बार दामाद के आने से पूरे दिन खुशी का माहौल रहा। रात करीब साढ़े आठ बजे आजम को उसका साला अजीम भूरा तीतरवाड़ा चुंगी पर स्थित जिम में ले गया था।
जीजा ड्रेस बदल रहे थे, तभी आ गई मौत
अजीम भूरा ने बताया कि वह जिम कर रहा था और उसका जीजा ड्रेस बदल रहे थे, अचानक वे बेहोश हो गए। उन्हें निकट के हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उसे कहीं बाहर ले जाने की सलाह दी। दूसरे अस्पताल में ले गए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अजीम के मुताबिक चिकित्सक ने कार्डियक अरेस्ट से मौत होना बताया। बेटी की शादी के 40 दिन बाद दामाद की मौत पर परिजनों में गम का माहौल बन गया और मोहल्ले में शोक छा गया। उधर, आजम की मौत की सूचना पर गांव कोताना से उसके परिजन भी कैराना पहुंचे और शव को अपने साथ कोताना ले गए। आजम पांच भाइयों में सबसे बड़ा था और कई साल से बेंगलुरु स्थित एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था।
कार्डियेक अरेस्ट से 25 वर्षीय महिला की हुई थी मौत
कैरान स्थित गांव रामड़ा निवासी कान्हा की पत्नी कोमल को करीब एक माह पहले बच्चा पैदा हुआ था। रामड़ा के ग्राम प्रधान रमेश चंद ने बताया कि बुधवार शाम कोमल चारपाई पर आराम कर रही थी। अचानक सीने में दर्द होने के कारण कोमल ने शोर मचाया और उसके बाद बेहोश हो गई। पहले गांव के ही प्राइवेट डाॅक्टर को बुलाकर दिखाया। डॉक्टर के जवाब देने पर उसे कैराना लेकर आए। जहां पर डाक्टर ने हार्ट फेलियर से उसकी मौत होना बताया।
डॉक्टर ने कही यह बात
कार्डियोलोजिस्ट डॉ. उत्सव गुप्ता ने बताया कि युवाओं में कार्डियेक अरेस्ट के मामले बढ़ गए हैं। अगर किसी को चलते हुए अथवा सीढि़यां चढ़ते हुए सांस फूलता हो, सीने में जकड़न रहती हो, बिना कारण खांसी रहती हो तो तुरंत चेस्ट एक्सरे, ईसीजी व ईको करानी चाहिए ताकि समय रहते उपचार किया जा सके। धूम्रपान, नशे व फास्ट फूड से बचना चाहिए।