తెలుగు | Epaper

UP : अब्बास अंसारी को कोर्ट से नहीं मिली राहत, 2 साल की सजा कायम

Anuj Kumar
Anuj Kumar
UP : अब्बास अंसारी को कोर्ट से नहीं मिली राहत, 2 साल की सजा कायम

मऊ के पूर्व विधायक अब्बास अंसारी को हेट स्पीच (नफरत फैलाने वाला भाषण) मामले में कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है। एमपी/एमएलए स्पेशल कोर्ट (MP/MLA Special Court) ने बीते शुक्रवार को उनकी सजा के खिलाफ दायर तीनों याचिकाएं खारिज कर दी हैं। इससे पहले कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा सुनाई थी, जो अब भी बरकरार रहेगी। इसके चलते उनकी विधायक सदस्यता (विधायकी) भी खत्म मानी गई है।

क्या है पूरा मामला?

मिली जानकारी के मुताबिक, यह मामला साल 2022 के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के दौरान का है। मऊ नगर कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुरा मैदान में एक चुनावी जनसभा के दौरान अब्बास अंसारी ने मंच से एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने भाषण में कहा था कि अगर उनकी सरकार बनी, तो अधिकारियों के तबादलों और पोस्टिंग पर रोक लगाई जाएगी, ताकि पहले उन अधिकारियों से “हिसाब-किताब” लिया जा सके। इस बयान के बाद यह मामला गंभीर हो गया और इसे हेट स्पीच यानी नफरत फैलाने वाला भाषण माना गया।

कैसे हुई FIR और कानूनी कार्रवाई?

भाषण के बाद तत्कालीन एसआई गंगाराम बिंद ने मऊ नगर कोतवाली में एफआईआर (FIR) दर्ज करवाई, जिसमें अब्बास अंसारी समेत कुछ अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया। पुलिस ने इसे चुनाव आचार संहिता और कानून-व्यवस्था के खिलाफ बताया।

कोर्ट में क्या हुआ?

अब्बास अंसारी को पहले ही इस मामले में 2 साल की सजा सुनाई जा चुकी थी। उन्होंने इसके खिलाफ 3 याचिकाएं दायर कर राहत की मांग की थी, लेकिन एमपी/एमएलए कोर्ट ने तीनों याचिकाएं खारिज कर दीं। इसका मतलब है कि उनकी सजा बरकरार रहेगी।

अब क्या हुआ उनकी विधायकी का?

भारत के जनप्रतिनिधित्व कानून (Representation of the People Act) के अनुसार, अगर किसी विधायक को 2 साल या उससे ज्यादा की सजा हो, तो उसकी विधायकी स्वतः समाप्त हो जाती है। इस कानून के अनुसार अब अब्बास अंसारी अब विधायक नहीं माने जाएंगे।

क्यों है यह मामला राजनीतिक रूप से अहम?

अब्बास अंसारी माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी के बेटे हैं और राजनीतिक हलकों में लगातार चर्चा में रहते हैं। इस फैसले को उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, अब उनकी भविष्य की राजनीति पूरी तरह अदालती फैसलों पर निर्भर करेगी।

Read more : Delhi : निजी कंपनियों की तरह अब घर आकर पार्सल बुक करेंगे डाकिया

New Vice President: सीपी राधाकृष्णन बने भारत के नए उपराष्ट्रपति

New Vice President: सीपी राधाकृष्णन बने भारत के नए उपराष्ट्रपति

Vice President : चुनाव में क्रॉस वोटिंग से NDA को फायदा

Vice President : चुनाव में क्रॉस वोटिंग से NDA को फायदा

Gold smuggling : भारत में चीन से तस्करी कर लाया गया 1064 किलो सोना

Gold smuggling : भारत में चीन से तस्करी कर लाया गया 1064 किलो सोना

UP : योगी सरकार दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी

UP : योगी सरकार दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने में जुटी

Punjab : पीएम मोदी ने बाढ़ प्रभावित पंजाब का निरीक्षण किया

Punjab : पीएम मोदी ने बाढ़ प्रभावित पंजाब का निरीक्षण किया

Nepal: हिंसा का असर भारत–नेपाल सीमा तक, पत्थरबाजी और आगजनी की कोशिश; सुरक्षा कड़ी

Nepal: हिंसा का असर भारत–नेपाल सीमा तक, पत्थरबाजी और आगजनी की कोशिश; सुरक्षा कड़ी

Flood: पंजाब से पहले हिमाचल पहुँचे प्रधानमंत्री मोदी, 1500 करोड़ की राहत पैकेज की घोषणा

Flood: पंजाब से पहले हिमाचल पहुँचे प्रधानमंत्री मोदी, 1500 करोड़ की राहत पैकेज की घोषणा

National: उपराष्ट्रपति चुनाव के दौरान मंत्री गिरिराज ने झटका मिट का नाम क्यों लिया ?

National: उपराष्ट्रपति चुनाव के दौरान मंत्री गिरिराज ने झटका मिट का नाम क्यों लिया ?

National : उपराष्ट्रपति चुनाव :  गडकरी-खड़गे साथ-साथ दिखे

National : उपराष्ट्रपति चुनाव : गडकरी-खड़गे साथ-साथ दिखे

Mumbai :  रेलयात्रियों से जबरन वसूली पर रेलमंत्रालय हुआ सख्त, 13 सस्पेंड

Mumbai : रेलयात्रियों से जबरन वसूली पर रेलमंत्रालय हुआ सख्त, 13 सस्पेंड

National : एनडीए से दूर हो रहे पुराने सहयोगी : जयराम रमेश

National : एनडीए से दूर हो रहे पुराने सहयोगी : जयराम रमेश

Maharashtra : क्या राज ठाकरे की होगी MVA में एंट्री?

Maharashtra : क्या राज ठाकरे की होगी MVA में एंट्री?

📢 For Advertisement Booking: 98481 12870