इस्लामाबाद। आतंकियों को पनाह देने के आरोपों से घिरा पाकिस्तान (Pakistan) खुद भी इसका शिकार है। बीते रोज एक यात्री बस को रोका गया और सवारियों को उतारकर उनसे नाम पता पूछा और गोली मार दी। ऐसे करीब 9 लोगों की हत्या कर दी गई। बलूचिस्तान के अधिकारी इसे आतंकवादी घटना बता रहे हैं। इस साल मार्च में ही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन (Zafar Express Train) को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हाईजैक कर लिया था। फिलहाल, स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, बलूचिस्तान के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि कम से कम 9 लोगों की हत्या कर दी गई है।
घटना उत्तरी बलूचिस्तान के पास झोब शहर की है
उन्होंने बताया कि क्वेटा से लाहौर जाने वाली बस में सवार यात्रियों को उतारकर अगवा किया और गोली मार दी। घटना उत्तरी बलूचिस्तान के पास झोब शहर की है। रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावरों ने बस को रोका, यात्रियों को उतारा और चुनकर पहचान कर 9 लोगों की हत्या कर दी। पुलिस उपायुक्त नावेद आलम ने कहा कि यात्रियों को वाहनों से अगवा करने के बाद उन्हें गोली मारी गई थी। उन्होंने कहा कि शवों को बलूचिस्तान के बारखान जिले के रेखनी अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने घटना की निंदा की और उसे आतंकवादी कृत्य करार दिया है।
साथ ही कहा है कि मासूमों का खून व्यर्थ नहीं होगा
उन्होंने कहा, आतंकवादियों ने यात्रियों को बस से उतारा, पहचान की और बेरहमी से 9 मासूम पाकिस्तानियों की हत्या कर दी। रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने कहा कि हमलावर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। फिलहाल, उनकी तलाश जारी है। मुख्यमंत्री मीर सरफराज बुगती ने इसे खुला आतंकवाद बताया और तार फित्ना ए हिन्दुस्तान से जोड़े। बुगती का कहना है कि हमलावरों ने जानबूझकर पाकिस्तानी पहचान के कारण मासूम नागरिकों को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा है कि आतंकवादियों ने एक बार फिर अपना डरपोक रवैया दिखाया है। साथ ही कहा है कि मासूमों का खून व्यर्थ नहीं होगा।
देश के खिलाफ युद्ध है और हमारा जवाब मजबूत और निर्णायक होगा
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह देश के खिलाफ युद्ध है और हमारा जवाब मजबूत और निर्णायक होगा। इस बीच चरमपंथियों ने क्वेटा, लोरालाई और मस्तुंग में तीन आतंकवादी हमले भी किए लेकिन बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने दावा किया कि सुरक्षा बलों ने इन हमलों को नाकाम कर दिया। बलूचिस्तान मीडिया में अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि चरमपंथियों ने रात के दौरान प्रांत में कई जगहों पर हमले किए और सुरक्षा चौकियों, सरकारी प्रतिष्ठानों, थानों, बैंकों और संचार टावरों को निशाना बनाया।
पाकिस्तान का पुराना नाम क्या था?
पाकिस्तान का पुराना नाम “पाकस्तान” था. यह नाम 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने गढ़ा था. उन्होंने ब्रिटिश भारत के पंजाब, अफ़्गानिस्तान, कश्मीर, सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के नामों के अक्षरों को मिलाकर यह शब्द बनाया था. बाद में, मोहम्मद अली जिन्ना ने इसे “पाकिस्तान” कर दिया.
पाकिस्तान का पुराना नाम क्या था?
पाकिस्तान का पुराना नाम “पाकस्तान” था. यह नाम 1933 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के छात्र चौधरी रहमत अली ने गढ़ा था. उन्होंने ब्रिटिश भारत के पंजाब, अफ़्गानिस्तान, कश्मीर, सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के नामों के अक्षरों को मिलाकर यह शब्द बनाया था. बाद में, मोहम्मद अली जिन्ना ने इसे “पाकिस्तान” कर दिया.
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