नई दिल्ली। अहमदाबाद विमान हादसे (Ahamdabad Plane Crash)के बाद “फ्यूल कंट्रोल स्विच” अचानक चर्चा का विषय बन गया है। जांच एजेंसी एएआईबी की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक टेकऑफ के चंद सेकंड बाद ही विमान के दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच ‘रन’ से ‘कटऑफ’ (Cut Off) स्थिति में चले गए, जिससे ईंधन की सप्लाई (Supply) बंद हो गई और दोनों इंजन फेल हो गए। इस वजह से विमान सिर्फ 650 फीट की ऊंचाई पर जाकर नीचे गिर गया। हादसे में विमान में सवार 242 में से 241 लोगों की मौत हो गई और जमीन पर भी 33 लोग मारे गए थे।
ईंधन के फ्लो को कंट्रोल करने वाला अहम सिस्टम है
फ्यूल कंट्रोल स्विच असल में विमान के इंजनों में ईंधन के फ्लो को कंट्रोल करने वाला अहम सिस्टम है। इसका इस्तेमाल पायलट इंजन स्टार्ट या शटडाउन के लिए करते हैं। जमीन पर पार्किंग के बाद या किसी आपात स्थिति में जैसे इंजन में आग लगने पर, इसे ‘कटऑफ’ में ले जाकर इंजन बंद किया जाता है। उड़ान के दौरान सामान्य स्थिति में यह हमेशा ‘रन’ मोड में ही रहता है, ताकि ईंधन सप्लाई बनी रहे और इंजन पूरी ताकत से काम करता रहे।
दोनों पायलटों को पता ही नहीं था कि स्विच कब और कैसे ‘कटऑफ’ हो गया
बता दें बोइंग 787 जैसे आधुनिक विमानों में यह स्विच यूं ही हल्की गलती से मूव न हो जाए, इसके लिए खास तैयारी की जाती है। इसमें चारों ओर मेटल ब्रैकेट और स्टॉप लॉक सिस्टम लगा होता है। इसे बदलने के लिए पायलट को पहले स्विच को ऊपर खींचना पड़ता है और फिर घुमाकर ‘रन’ से ‘कटऑफ’ करना होता है यानी अनजाने में हाथ लगने या झटके से यह स्विच बंद नहीं हो सकता। अमेरिकी एविएशन विशेषज्ञ ने कहा है कि आप इन्हें धक्का देकर बंद नहीं कर सकते। हादसे के वक्त एयर इंडिया फ्लाइट के कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में पायलटों की बातचीत रिकॉर्ड हुई है। इसमें एक पायलट दूसरे से पूछ रहा है कि तुमने फ्यूल क्यों बंद किया? और जवाब मिलता है “मैंने कुछ नहीं किया” इससे यह जाहिर होता है कि दोनों पायलटों को पता ही नहीं था कि स्विच कब और कैसे ‘कटऑफ’ हो गया।
दोनों स्विच दोबारा ‘रन’ पोजीशन में भी आ गए
हादसे के कुछ सेकंड बाद दोनों स्विच दोबारा ‘रन’ पोजीशन में भी आ गए, लेकिन तब तक विमान गिरने लगा और उस पर नियंत्रण करना नामुमकिन हो गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि टेकऑफ के 32 सेकंड बाद दोनों इंजन एक-एक सेकंड के अंतर से बंद हो गए। इससे विमान की रफ्तार और उड़ान खत्म हो गई। टेकऑफ के इतने नाजुक समय में पायलट का खुद से स्विच बंद करना अविश्वसनीय माना जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक कोई भी पायलट टेकऑफ पर ऐसे स्विच बंद करने की सोच भी नहीं सकता। इसीलिए इस घटना ने तकनीकी खराबी, सिस्टम फेल्योर या डिजाइन में छिपी किसी खामी की आशंका को जन्म दिया है। एएआईबी की शुरुआती रिपोर्ट ने यह नहीं बताया गया है कि स्विच बंद कैसे हुए।
मानवीय गलती से, तकनीकी गड़बड़ी से या किसी और वजह से। फिलहाल ब्लैक बॉक्स का विश्लेषण किया जा रहा है ताकि असल कारण सामने आ सके। यह हादसा आधुनिक विमानों में भी सुरक्षा स्तर और प्रक्रिया की गंभीरता को एक बार फिर उजागर करता है और विमानन उद्योग के लिए कई अहम सबक छोड़ता है।
एयर इंडिया के क्रैश होने का क्या कारण था?
नई दिल्ली (एपी) – पिछले महीने दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान के इंजनों के ईंधन नियंत्रण स्विच को टक्कर से कुछ क्षण पहले “रन” से “कटऑफ” स्थिति में ले जाया गया था, जिससे दोनों इंजनों में ईंधन खत्म हो गया, यह जानकारी शनिवार की सुबह एक प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में दी गई।
एयर इंडिया प्लेन क्रैश में कितने लोगों की मौत हुई?
गुजरात के अहमदाबाद हवाई अड्डे के बाहरी इलाके में स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास परिसर में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई। एक यात्री बच गया, जबकि ज़मीन पर मौजूद 19 लोगों की भी मौत हो गई।
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