गरीब लाभार्थियों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में दो लोगों को किया गिरफ्तार
हैदराबाद। जुबली हिल्स पुलिस ने मुख्यमंत्री राहत कोष (CMRF) के तहत स्वीकृत राशि का दुरुपयोग करने, सरकार और गरीब लाभार्थियों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति मेट्टुगुडा के जोगुला नरेश कुमार (Naresh Kumar) और नलगोंडा में एमपीडीओ कार्यालय में एक कार्यालय अधीनस्थ बी वेंकटेश थे। खम्मम से के वामशी और पेद्दापल्ली जिले से पी ओंकार फरार हैं।
अपनी पहुँच का किया था दुरुपयोग
पुलिस के अनुसार, मुख्य संदिग्ध नरेश कुमार ने पूर्व मंत्री के कार्यालय में काम करते हुए सीएमआरएफ चेकों तक अपनी पहुँच का दुरुपयोग किया था। उसने 230 स्वीकृत लेकिन वितरित न किए गए चेकों को अवैध रूप से अपने कब्ज़े में ले लिया। पुलिस ने बताया कि नरेश ने 19 ऐसे चेकों की पहचान की जो आवेदकों को जारी किए गए थे, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जाली जानकारियों का इस्तेमाल करके जमा कर दिए पैसे
फिर नरेश ने अपने साथियों की मदद से जुबली हिल्स स्थित मिलते-जुलते नामों वाले कई बैंक खातों में जाली जानकारियों का इस्तेमाल करके ये पैसे जमा कर दिए। गबन की गई कुल रकम लगभग 8.7 लाख रुपये आंकी गई है। बैंक अधिकारियों की शिकायत के बाद, जुबली हिल्स पुलिस ने मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। फरार लोगों की तलाश जारी है।

धोखाधड़ी की परिभाषा क्या है?
यह वह कार्य है जिसमें कोई व्यक्ति जानबूझकर किसी अन्य को झूठ या कपटपूर्ण तरीकों से नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से ठगता है। इसमें संपत्ति, धन या जानकारी का गलत प्रयोग शामिल होता है, जो कानूनन अपराध की श्रेणी में आता है।
धोखाधड़ी का हिंदी क्या होता है?
इसका हिंदी अर्थ है – छल, कपट या चालाकी से किसी को नुकसान पहुँचाना। यह ऐसा कृत्य है जिसमें व्यक्ति झूठ बोलकर या सच्चाई छिपाकर किसी दूसरे के अधिकारों या संपत्ति का अनुचित लाभ उठाता है।
धोखाधड़ी और विवाद क्या है?
यह जानबूझकर की गई ठगी होती है, जबकि विवाद दो पक्षों के बीच मतभेद या झगड़े को दर्शाता है। धोखाधड़ी में गलत मंशा होती है, जबकि विवाद अक्सर राय, संपत्ति या अनुबंध संबंधी असहमति के कारण होता है। दोनों की प्रकृति अलग होती है।
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