संगारेड्डी। नागुलगिड्डा मंडल (Nagulgidda mandal) के मोरगी स्थित मॉडल स्कूल (Model School) के कम से कम ग्यारह छात्र रविवार रात हॉस्टल मेस में खाना खाने के बाद बीमार पड़ गए। छात्रों को रात के खाने में चिकन परोसा गया था, जो आमतौर पर दोपहर के भोजन में परोसा जाता है। छात्रों ने बताया कि मांस से दुर्गंध आ रही थी।
68 छात्रों में से ग्यारह गंभीर रूप से बीमार
भोजन के तुरंत बाद, कई छात्रों ने उल्टी और दस्त की शिकायत की। छात्रावास के 68 छात्रों में से ग्यारह गंभीर रूप से बीमार पड़ गए और उन्हें पहले पड़ोसी राज्य कर्नाटक के चिलगारिगी अस्पताल ले जाया गया । बाद में उन्हें नारायणखेड़ के सरकारी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
स्थानीय विधायक ने किया अस्पताल का दौरा
स्थानीय विधायक पटलोल्ला संजीव रेड्डी ने अस्पताल का दौरा किया और छात्रों को आश्वासन दिया कि ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूर्व बीआरएस विधायक एम. भूपाल रेड्डी, आरडीओ, डीईओ और अन्य अधिकारियों के साथ अस्पताल और छात्रावास परिसर का दौरा भी किया। अधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे घटना पर विस्तृत रिपोर्ट जिला कलेक्टर को प्रस्तुत करें।

छात्रावास से आप क्या समझते हैं?
एक ऐसी आवासीय सुविधा होती है जहाँ विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने के दौरान रहते हैं। यह सुविधा आमतौर पर स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालयों द्वारा दी जाती है, जिससे दूर-दराज़ से आने वाले छात्र पढ़ाई कर सकें।
छात्रावास का क्या महत्व है?
विद्यार्थियों को अनुशासन, आत्मनिर्भरता और सामूहिक जीवन जीने का अवसर देता है। यह पढ़ाई के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करता है और समय की बचत भी करता है क्योंकि सभी सुविधाएं परिसर में होती हैं।
छात्रावास प्रबंधन क्या है?
प्रबंधन का अर्थ है—छात्रावास की समुचित व्यवस्था, संचालन और देखरेख। इसमें आवास, भोजन, साफ-सफाई, सुरक्षा, अनुशासन और अन्य व्यवस्थाओं का प्रबंधन शामिल होता है जिससे विद्यार्थियों को अच्छा जीवन मिल सके।
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