हैदराबाद। तेलंगाना सरकार ई-गवर्नेंस (E-governance) और सार्वजनिक सेवाओं के डिजिटलीकरण को मजबूत करने के लिए एस्टोनिया (Estonia) के साथ सहयोग करेगी। एस्टोनिया को डिजिटल गवर्नेंस और हेल्थकेयर डिजिटलीकरण के क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी के रूप में मान्यता प्राप्त है। राज्य के आईटी और उद्योग मंत्री दुद्दिल्ला श्रीधर बाबू ने शुक्रवार को सचिवालय में भारत में एस्टोनिया की राजदूत श्रीमती मार्जे लूप और उनके नेतृत्व में आए उच्च स्तरीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद यह घोषणा की।
एस्टोनिया द्वारा स्वास्थ्य रिकॉर्ड्स के 100% डिजिटलीकरण की सराहना
श्रीधर बाबू ने एस्टोनिया द्वारा स्वास्थ्य रिकॉर्ड्स के 100% डिजिटलीकरण और उन्नत डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए उसकी सराहना की और कहा कि तेलंगाना इस अनुभव और तकनीकी विशेषज्ञता से लाभ उठाना चाहता है। उन्होंने कहा, “ई-गवर्नेंस और डिजिटल हेल्थ के क्षेत्र में एस्टोनिया की सफलता वास्तव में प्रेरणादायक है। तेलंगाना अभी स्वास्थ्य डेटा डिजिटलीकरण के प्रारंभिक चरण में है और हम एस्टोनिया की तकनीकी मदद से इस प्रक्रिया को तेज करना चाहते हैं।” प्रतिनिधिमंडल में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), रोबोटिक्स और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल थे। दोनों पक्षों ने उभरती तकनीकों और सार्वजनिक सेवा सुधारों में साझेदारी की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया।

भविष्य के युद्ध ड्रोन और साइबर हमलों पर आधारित होंगे : श्रीधर बाबू
श्रीधर बाबू ने कहा, “ई-गवर्नेंस पारदर्शी और कुशल सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिशा में एस्टोनिया का सहयोग हमारे सिस्टम को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभा सकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे सेवाएं डिजिटल हो रही हैं, उन्हें सुरक्षित बनाना भी उतना ही जरूरी है। “साइबर सुरक्षा एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आपसी सहयोग जरूरी है।” राज्य की तकनीकी क्षमताओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि ड्रोन तकनीक में तेलंगाना ने उल्लेखनीय प्रगति की है। “हैदराबाद में निर्मित ड्रोन हाल ही में पाकिस्तान के साथ संघर्ष में प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किए गए और उन्होंने शत्रु पक्ष को भारी नुकसान पहुँचाया। भविष्य के युद्ध ड्रोन और साइबर हमलों पर आधारित होंगे।,”
वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल एस्टोनिया का दौरा करेगा
मंत्री ने यह भी बताया कि तेलंगाना फूड प्रोसेसिंग और प्रीमियम ब्रांडेड शराब निर्माण में अग्रणी है और इन क्षेत्रों में भी एस्टोनिया के साथ साझेदारी की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। राजदूत मार्जे लूप के सितंबर में एस्टोनिया आमंत्रण पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए श्रीधर बाबू ने पुष्टि की कि राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल एस्टोनिया का दौरा करेगा। उन्होंने कहा, “हमारी टीम शिक्षा, ई-गवर्नेंस, एआई और रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग के विषय पर विस्तृत चर्चा करेगी।” इस बैठक में आईटी और उद्योग विभाग के विशेष मुख्य सचिव संजय कुमार, इलेक्ट्रॉनिक सेवा वितरण (मी सेवा) के आयुक्त रविकिरण और उद्योग आयुक्त निखिल चक्रवर्ती सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
तेलंगाना में हिंदुओं की आबादी कितनी है?
सर्वे 2011 के अनुसार, तेलंगाना की कुल आबादी लगभग 3.52 करोड़ थी, जिसमें लगभग 2.9948 करोड़ (85.10%) लोग हिंदू धर्म को मानते हैं।
तेलंगाना का पुराना नाम क्या था?
“Telangana” नाम का एक लोकप्रिय व्युत्पत्ति Trilinga Desa है, जिसका अर्थ है “तीन लिंगों की भूमि” — यहाँ तिलंगनागढ़ के तीन प्रमुख शिव मंदिर: कलेश्वरम (तेलंगाना), श्रीसैलम और ड़्राक्षारामम (आंध्र प्रदेश) शामिल हैं।
तेलंगाना की सरकार किस पार्टी की है?
दिसंबर 2023 की विधानसभा चुनाव में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress) ने 119 सदस्यों की विधानसभा में 64 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया।
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