‘मेसोथेलियोमा बायोमार्कर: सत्यापन की खोज में खोज’ विषय पर मुख्य व्याख्यान
हनमकोंडा। काकतीय सरकारी कॉलेज के प्राणीशास्त्र विभाग ने बुधवार को “जैव चिकित्सा अनुसंधान: स्वास्थ्य और रोग की सीमाओं की खोज” विषय पर एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी (Seminar) का आयोजन किया। इस सेमिनार में विश्व भर से आए प्रतिष्ठित वक्ताओं ने जैव चिकित्सा विज्ञान के अत्याधुनिक विषयों पर ध्यान केंद्रित किया। एनवाईयू लैंगोन हेल्थ, न्यूयॉर्क (New York) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. चंद्रा गोपाराजू ने ‘मेसोथेलियोमा बायोमार्कर: सत्यापन की खोज में खोज’ विषय पर मुख्य व्याख्यान दिया, जिसमें कैंसर का पता लगाने और निदान के उभरते परिदृश्य पर प्रकाश डाला गया।
‘महिलाओं के स्वास्थ्य के भविष्य को आकार देने में अभिनव रुझान’ विषय पर व्याख्यान
वासावी हॉस्पिटल्स की डॉ. एम वासावी रेड्डी ने आधुनिक स्वास्थ्य सेवा में प्रौद्योगिकी-संचालित समाधानों पर ध्यान केंद्रित करते हुए ‘महिलाओं के स्वास्थ्य के भविष्य को आकार देने में अभिनव रुझान’ विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। तीसरा व्याख्यान एनआईटी वारंगल के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के डॉ. अमिताव बंडू ने दिया, जिन्होंने “माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस में दवा प्रतिरोध: तंत्र और उपचारात्मक दृष्टिकोण” पर बात की, और टीबी के खिलाफ नए हस्तक्षेप की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया।
सेमिनार में सक्रिय रूप से लिया भाग
इस कार्यक्रम का समन्वयन प्राणि विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. पी. रोहिणी और डॉ. ए. संजीवैया ने किया और इसका संपूर्ण पर्यवेक्षण प्राचार्य प्रो. जी. श्रीनिवास ने किया। संकाय सदस्य डॉ. पी. गौरी, डॉ. टी.डी. दिनेश, डॉ. वी. राजैया और डॉ. यू. स्वामी के साथ-साथ कॉलेज के छात्रों ने भी इस सेमिनार में सक्रिय रूप से भाग लिया। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सेमिनार का उद्देश्य जैव चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों के बीच जागरूकता, ज्ञान-साझाकरण और अनुसंधान रुचि को बढ़ावा देना था।
भारत में कुल कितने गवर्नमेंट कॉलेज हैं?
भारत में कुल कॉलेजों की संख्या लगभग 44,000 के आसपास है, जिनमें से करीब 9,000 कॉलेज सरकारी क्षेत्र में आते हैं। ये कॉलेज केंद्र या राज्य सरकार द्वारा संचालित होते हैं और इनमें कम शुल्क में उच्च शिक्षा दी जाती है।
कॉलेज कितने प्रकार के होते हैं?
कॉलेज मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं—सरकारी कॉलेज, निजी कॉलेज, अनुदानित कॉलेज और स्वायत्त कॉलेज। इनमें स्वामित्व, संचालन, शुल्क और पाठ्यक्रम के स्तर पर विभिन्नता होती है, जो छात्रों की आवश्यकताओं के अनुसार भिन्न-भिन्न होते हैं।
प्राइवेट कॉलेज और गवर्नमेंट कॉलेज में क्या अंतर है?
प्राइवेट कॉलेज निजी संस्थाओं द्वारा संचालित होते हैं, जबकि गवर्नमेंट कॉलेज सरकार द्वारा। सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है और प्रवेश मेरिट से होता है, जबकि निजी कॉलेजों में फीस अधिक होती है और कई बार मैनेजमेंट कोटा भी होता है।
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