आंध्र प्रदेश के कई ठेकेदारों ने लूटा जनता का पैसा
हैदराबाद। कांग्रेस विधायक कोमाटिरेड्डी राजगोपाल रेड्डी (Komatireddy Rajgopal Reddy) ने मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) पर सीधा हमला बोलते हुए कालेश्वरम परियोजना में शामिल आंध्र प्रदेश के ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आंध्र प्रदेश के कई ठेकेदारों ने जनता का पैसा लूटा है, लेकिन रेवंत रेड्डी जाँच और कमीशन की आड़ में कार्रवाई में देरी कर रहे हैं।
बुधवार को हैदराबाद स्थित अपने आवास पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, राजगोपाल रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के 20 से ज़्यादा ठेकेदार तेलंगाना के संसाधनों को लूट रहे हैं और जल्द ही उनका पर्दाफ़ाश करने का वादा किया। उन्होंने राज्य की संपत्ति को लूटने वाले किसी भी व्यक्ति के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने की कसम खाई, चाहे वह ज़मीन, रेत या ठेकों के रूप में हो, चाहे वह किसी भी पार्टी से जुड़ा हो।
पूरे कार्यकाल तक सत्ता में रहेगी पार्टी
कांग्रेस के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए, मुनुगोड़े विधायक ने कहा कि पार्टी पूरे कार्यकाल तक सत्ता में रहेगी और रेवंत रेड्डी मुख्यमंत्री होंगे। हालाँकि, भविष्य के नेतृत्व का प्रश्न अभी भी खुला है। उन्होंने मंत्री पदों को तुरंत भरने और स्थानीय निकाय चुनाव कराने की माँग की। उन्होंने रेवंत रेड्डी को डिजिटल मीडिया सहित मीडिया का उपहास करने के प्रति भी आगाह किया, जो सत्ता में चाहे कोई भी हो, सम्मान का हकदार है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से विपक्ष को गाली देना और परेशान करना बंद करने और इसके बजाय तेलंगाना की जनता के लिए नतीजे लाने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया । उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार की गलतियों को उजागर नहीं किया गया, तो कांग्रेस पार्टी को इसके परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा, ‘बातें कम, काम ज़्यादा करो।’ उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि वह सिर्फ़ लोगों की भावनाओं को व्यक्त कर रहे थे और रचनात्मक सुझाव दे रहे थे।

आंध्र का मूल नाम क्या है?
प्राचीन ग्रंथों और inscriptions में आंध्र क्षेत्र को “आंध्र जनपद” या “आंध्र देश” कहा गया है। इसकी पहचान सतवाहन वंश से जुड़ी है जो लगभग 230 ईसा पूर्व से दक्षिण भारत पर शासन करता था। आंध्र नाम की उत्पत्ति एक प्राचीन जनजाति समूह से मानी जाती है।
आंध्र प्रदेश की जलवायु कैसी है?
इस राज्य की जलवायु उष्णकटिबंधीय मानसूनी प्रकार की है। गर्मी बहुत तीव्र होती है, विशेषकर तटीय क्षेत्रों में। ग्रीष्म ऋतु में तापमान 40°C तक जाता है, जबकि सर्दी अपेक्षाकृत हल्की होती है। दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पूर्व मानसून से वर्षा प्राप्त होती है।
आंध्र प्रदेश का प्रसिद्ध भोजन क्या है?
राज्य की रसोई मसालों और तीखे स्वाद के लिए प्रसिद्ध है। प्रमुख व्यंजन हैं – पुलिहोरा (इमली चावल), गुट्टी वांकाय कुरमा (भरवां बैंगन), आंध्र स्टाइल बिरयानी, चिकन करी, पेसराट्टू, और अवाकाई अचार। आंध्र भोजन में चावल और करी मुख्य घटक होते हैं।
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