तेलअवीव। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netnyahu) ने गाजा को कब्जाने की योजना के तहत की जा रही कार्रवाई का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना में पहले जितनी जगहों पर हमला करने की घोषणा की गई थी, उससे भी ज्यादा जगहों पर हमले किए जा रहे हैं। दुनिया भर और खुद के देश में बढ़ रही आलोचना को लेकर नेतन्याहू ने कहा कि हमास (Hmaas) को खत्म करने के अलावा उनके पास इस बात का कोई उपाय नहीं है। इजरायल (Israel) द्वारा नई योजना के तहत किए गए हमलों पर बात करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि सुरक्षा मंत्रिमंडल ने पिछले हफ्ते न केवल गाजा शहर में बल्कि केंद्रीय शिविरों और मुवासी में भी हमास के ठिकानों को ध्वस्त करने का निर्देश दिया था। योजना में जारी ठिकानों पर पहले भी बमबारी की जा चुकी थी इसलिए इस बार नए क्षेत्रों को भी चुना गया।
दो और मुख्य ठिकानों पर बमबारी करने की योजना बना रहा है
सूत्र के मुताबिक इजरायल दो और मुख्य ठिकानों पर बमबारी करने की योजना बना रहा है। नेतन्याहू द्वारा योजना में एकदम से बदलाव करने के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर भी उन्हें इस बात के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। इजरायली बंधकों के परिवारों के साथ-साथ हजारों लोग भी नेतन्याहू से जंग बंद करने की अपील कर रहे हैं। इसके अलावा तमाम देश भी इजरायल की इस योजना पर विरोध जता चुके हैं।
हमास को खत्म करने के अलावा इसका कोई विकल्प नहीं है
हालांकि नेतन्याहू का कहना है कि हमास को खत्म करने के अलावा इसका कोई विकल्प नहीं है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, शुक्रवार को इजरायल ने जिन क्षेत्रों पर हमला करके उन्हें कब्जा करने की योजना घोषित की थी। पिछले दो दिनों में उससे भी कई ज्यादा जगहों पर हमले किए जा चुके हैं। कई ऐसे शिविरों पर भी हमला किया गया, जिनमें लाखों विस्थापित लोग शरण लिए हुए थे।
बेंजामिन नेतन्याहू को प्रधानमंत्री पद से क्यों हटाया गया?
2019 में, नेतन्याहू पर विश्वासघात, रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए और उन्होंने प्रधानमंत्री पद को छोड़कर सभी मंत्री पद त्याग दिए। 2018-2022 के इज़राइली राजनीतिक संकट के परिणामस्वरूप नेतन्याहू और बेनी गैंट्ज़ के बीच एक रोटेशन समझौता हुआ।
इजरायली नेतन्याहू का विरोध क्यों कर रहे हैं?
विरोध प्रदर्शनों के वर्तमान दौर का उद्देश्य नेतन्याहू पर बंधक समझौते पर सहमत होने और इस्तीफा देने के लिए दबाव डालना है; प्रदर्शनकारी नेतन्याहू को पिछले कुछ वर्षों में इजरायल के राजनीतिक संकटों में एक प्रमुख कारक मानते हैं, जिसकी परिणति 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के नेतृत्व वाले हमले और उसके बाद गाजा युद्ध के रूप में हुई।
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