परिवार में मचा कोहराम, मां का रो रोकर बुरा हाल
हैदराबाद: 20 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्रा (Engineering Student) ने मंगलवार रात नरसिंगी स्थित अपने छात्रावास के कमरे में आत्महत्या (Suicide) कर ली। निजामाबाद जिले के अरमूर की मूल निवासी बी सुष्मिता शहर के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में आईटी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही थी और एक निजी महिला छात्रावास में रह रही थी। पुलिस के मुताबिक, सुष्मिता कॉलेज नहीं गई और अपने कमरे में ही रही। देर शाम उसकी रूममेट अर्चना ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
छात्र नवीन को दी सूचना
हॉस्टल वार्डन ने एक अन्य छात्र नवीन को इसकी सूचना दी और दोनों ने मिलकर जबरन दरवाजा खोला तो देखा कि सुष्मिता पंखे से लटकी हुई थी। उन्होंने हॉस्टल मालिक, पीड़िता के मामा और आपातकालीन सेवाओं को सूचित किया। नरसिंगी पुलिस ने छात्रावास मालिक साई किरण की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है। सुष्मिता के पिता मलकैया एक किसान हैं और उनकी बड़ी बहन और छोटा भाई जीवित हैं। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि पारिवारिक कारणों से यह घटना हुई।

आत्महत्या शब्द का अर्थ क्या होता है?
यह शब्द स्वयं के जीवन को जानबूझकर समाप्त करने की क्रिया को दर्शाता है। यह मानसिक, सामाजिक या भावनात्मक दबाव के कारण हो सकता है। विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों में इसे नकारात्मक दृष्टि से देखा जाता है और जीवन का मूल्य अत्यधिक माना जाता है।
आत्महत्या कितना बड़ा पाप है?
अधिकांश धर्मों में आत्महत्या को गंभीर पाप माना गया है, क्योंकि यह ईश्वर द्वारा दिए गए जीवन का अपमान समझा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह आत्मा पर नकारात्मक प्रभाव डालता है और अगले जन्म या परलोक में कष्ट का कारण बन सकता है।
क्या आत्महत्या अपराध है?
भारत में पहले आत्महत्या का प्रयास अपराध माना जाता था, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम 2017 के बाद इसे अपराध की श्रेणी से हटा दिया गया। अब इसे मानसिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में देखा जाता है और पीड़ित को चिकित्सा व परामर्श सहायता दी जाती है।
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