जम्मू (Jamuu) और उत्तरी पंजाब (North Punjab) में भारी बारिश और बाढ़ ने तबाही मचाई है, जिसके बीच भारतीय वायुसेना ने बुधवार को राहत और बचाव कार्यों के लिए व्यापक अभियान शुरू किया। वायुसेना ने छह हेलीकॉप्टर, जिनमें पांच एमआई-17 और एक चिनूक शामिल हैं, को तैनात किया, ताकि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।
सेना के 38 जवानों और बीएसएफ के 10 कर्मियों को बचाया गया
पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक में सेना के 38 जवानों और बीएसएफ के 10 कर्मियों को खतरनाक परिस्थितियों से सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके अलावा, जम्मू के अखनूर में 12 सैन्य टुकड़ियों और 11 बीएसएफ कर्मियों, जिनमें तीन महिला कांस्टेबल शामिल हैं, को बचाया गया।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारतीय वायुसेना का एक सी-130 परिवहन विमान एनडीआरएफ की एक टीम और राहत सामग्री लेकर जम्मू पहुंचा। पठानकोट में हेलीकॉप्टरों ने 46 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और 750 किलोग्राम से अधिक राहत सामग्री हवाई मार्ग से वितरित की गई।
मंत्रालय ने बताया कि वायुसेना ने पीने का पानी और खाद्य पैकेट प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाए। अतिरिक्त परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर तैयार रखे गए हैं, ताकि बचाव कार्यों में कोई कमी न आए।
बुधवार को चौथे दिन भी मूसलाधार बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी रही। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा, “वायुसेना राष्ट्रीय सेवा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए जम्मू और उत्तरी पंजाब में बाढ़ से निपटने के लिए तत्पर है।” डेरा बाबा नानक में और बचाव अभियान जारी हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी प्रभावित व्यक्ति मदद से वंचित न रहे।
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