RBI की रणनीति
नई दिल्ली: सोने की कीमतों में हाल ही में रिकॉर्ड-तोड़ तेजी देखने को मिली है, जहां इस साल सोना(Gold) 40 से अधिक बार ऑल-टाइम हाई(All Time High) पर पहुंच चुका है। भारत में सोने की कीमत ₹1,20,000 प्रति 10 ग्राम के पार चली गई है। इस असाधारण वृद्धि के पीछे विभिन्न कारण बताए जा रहे हैं। एक मत यह है कि दुनिया भर के केंद्रीय बैंकों द्वारा की जा रही भारी खरीदारी सोने(Gold) की कीमतों को बढ़ा रही है, जबकि दूसरा तर्क यह है कि दुनिया के कई देशों में चल रही राजनीतिक और आर्थिक अशांति के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने(Gold) की ओर रुख कर रहे हैं। हालांकि, एक और दिलचस्प सिद्धांत चर्चा में है कि अमेरिका अपने भारी कर्ज को कम करने के लिए कोई बड़ी चाल चल रहा है।
अमेरिका की सोने के भंडार के पुनर्मूल्यांकन की थ्योरी
सोने(Gold) की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि के पीछे एक प्रमुख थ्योरी यह है कि अमेरिका(America) शायद अपने विशाल सोने के भंडार का पुनर्मूल्यांकन करने की योजना बना रहा है। वर्तमान में, अमेरिका, जिसके पास दुनिया में सबसे अधिक 8,133 टन सोना है, उसे फेडरल रिजर्व के रिकॉर्ड में केवल $42.22 प्रति औंस की पुरानी दर पर दिखा रहा है। यह दर 1970 के दशक की शुरुआत में तय की गई थी। आज सोने की कीमत $4,000 प्रति औंस से अधिक हो गई है। अगर अमेरिका अपने भंडार का मूल्यांकन आज के बाजार भाव के हिसाब से करता है, तो उसके सोने के भंडार का मूल्य 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो जाएगा। इस ‘तुरंत मुनाफे’ का उपयोग वह अपने बढ़ते कर्ज को कम करने के लिए कर सकता है।
अन्य पढ़े: Breaking News: D-Mart: डी-मार्ट का ₹746 करोड़ का मुनाफा
आरबीआई का खरीद पर रोक और भारत का रुख
अमेरिका द्वारा सोने(Gold) के भंडार के पुनर्मूल्यांकन की अटकलों और वैश्विक सोने की कीमतों में अभूतपूर्व उछाल के बीच, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले दो महीनों से अपने गोल्ड रिजर्व में कोई इजाफा नहीं किया है। कई विश्लेषकों का मानना है कि भारत ने शायद अमेरिका की संभावित ‘चाल’ को भांप लिया है। वर्तमान में, RBI के पास 880 टन सोना है, जो भारत के कुल विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) का 12.5% है और यह अब तक का सबसे अधिक भंडार है। RBI की यह चुप्पी, जहां बाकी केंद्रीय बैंक खरीदारी कर रहे हैं, भारत की ओर से एक सतर्क या प्रतीक्षा-करो और देखो की रणनीति का संकेत देती है।
वर्तमान में RBI के पास कितना सोना है, और यह दुनिया में किस स्थान पर है?
वर्तमान में आरबीआई के पास 880 टन सोना है, जो अब तक का सबसे ज्यादा है। सोने के भंडार के मामले में भारत दुनिया में आठवें स्थान पर है, जबकि अमेरिका दुनिया में सबसे अधिक सोने के भंडार (8,133 टन) वाला देश है।
अगर अमेरिका अपने सोने के भंडार का पुनर्मूल्यांकन करता है, तो इसका क्या संभावित प्रभाव हो सकता है?
यदि अमेरिका अपने सोने के भंडार का पुनर्मूल्यांकन करता है, तो उसे कागज़ी तौर पर एक ‘तुरंत मुनाफा’ मिलेगा, जिसका उपयोग वह अपने बढ़ते कर्ज को कम करने के लिए कर सकता है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इससे डॉलर गिर सकता है और महंगाई आसमान छू सकती है, जबकि अन्य (जैसे सेनगुप्ता) का मानना है कि सोने की कीमत में वृद्धि का डॉलर पर नकारात्मक प्रभाव होना आवश्यक नहीं है।
अन्य पढ़े: