Murshidabad हिंसा के बाद हालात अब हो रहे सामान्य, खुलीं दुकानें, लौटे परिवार
पश्चिम बंगाल के Murshidabad जिले में वक्फ कानून को लेकर हुई हिंसा के बाद अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होती दिख रही है। बीते दिनों वक्फ संपत्तियों को लेकर भड़की झड़पों ने पूरे इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया था। हालांकि, अब पुलिस और प्रशासन की सख्ती के चलते माहौल में सुधार देखा जा रहा है।

क्या था मामला?
Murshidabad में वक्फ संपत्तियों की कानूनी स्थिति को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया था। वक्फ बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में आने वाली ज़मीन को लेकर अफवाहें फैलने लगीं कि कुछ धार्मिक स्थलों को कब्जे में लिया जा रहा है। इसी मुद्दे पर शुरू हुआ विवाद धीरे-धीरे हिंसक झड़पों में बदल गया।
हिंसा के दौरान क्या हुआ?
हिंसा के दौरान कई दुकानों को नुकसान पहुंचाया गया, कुछ गाड़ियाँ फूंकी गईं और स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बन गया। कई परिवारों ने अस्थायी तौर पर क्षेत्र से पलायन कर लिया था। पुलिस को स्थिति काबू में करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा।
अब कैसा है माहौल?

अब हालात पहले की तुलना में काफी बेहतर हो चुके हैं। Murshidabad के अधिकतर बाजार खुल चुके हैं और बंद पड़ी दुकानें फिर से चालू हो गई हैं। स्थानीय प्रशासन की लगातार निगरानी के चलते लोग अपने घरों को लौटने लगे हैं। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पूरे इलाके में पुलिस बल तैनात है।
प्रशासन की भूमिका
प्रशासन ने दोनों पक्षों से बात कर शांति बनाए रखने की अपील की है। वक्फ बोर्ड ने भी स्पष्ट किया है कि किसी की संपत्ति जबरन नहीं ली जाएगी और यदि कोई विवाद है तो उसे कानूनी तरीके से सुलझाया जाएगा। जिला अधिकारी ने कहा कि “Murshidabad में शांति और कानून-व्यवस्था हमारी प्राथमिकता है।”
नागरिकों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। बाजारों में रौनक लौट आई है और बच्चे स्कूल जाने लगे हैं। कई परिवार जो हिंसा के डर से क्षेत्र से बाहर चले गए थे, वे अब वापस लौट रहे हैं। हालांकि अभी भी लोगों में थोड़ी आशंका बनी हुई है, लेकिन प्रशासन की मुस्तैदी ने विश्वास दिलाया है
Murshidabad में वक्फ कानून को लेकर फैली अफवाहों ने तनाव की स्थिति पैदा कर दी थी, लेकिन प्रशासन की सख्ती और समझदारी से अब हालात सामान्य हो रहे हैं। लोगों को शांति बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए ताकि ऐसा कोई विवाद भविष्य में दोबारा न हो।