कर्नाटक पूर्व डीजीपी: बेंगलुरु से एक सनसनीखेज घटना सामने आया है, जहां कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की खून से लथपथ लाश उनके निवास से वसूली हुई है। पुलिस को आरंभिक तहकीकात में कत्ल का शक उनकी भार्या पर है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं से घटना की तहकीकात कर रही है।
कत्ल के समय निवास में थे तीन लोग
बेंगलुरु पुलिस के अनुसार, दुर्घटना के समय निवास में ओम प्रकाश की भार्या, बेटी और एक अन्य इंसान मौजूद थे। एडिशनल सीपी विकास कुमार ने कहा कि बेटे की शिकायत पर एफआईआर प्रविष्ट की जा रही है और तीनों से पूछताछ जारी है। अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन भार्या को मुख्य दोषी मानकर छानबीन को आगे बढ़ाया जा रहा है।
धारदार हथियार से हमला, पड़ोसी ने दी सूचना
पुलिस ने कहा कि डीजीपी ओम प्रकाश के पेट और सीने पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे। कत्ल के बाद निवास में मौजूद किसी ने भी पुलिस को खबर नहीं दी।

एक पड़ोसी की खबर पर पुलिस मौके पर पहुंची। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ताकि मृत्यु के सही कारणों की तसदीक़ हो सके।
कर्नाटक पूर्व डीजीपी: व्यक्तिगत विवाद बना कत्ल की वजह?
सूत्रों के अनुसार, ओम प्रकाश और उनकी भार्या के बीच लंबे समय से निजी विवाद चल रहा था, जिसमें पैसों का विषय भी शामिल था।

68 सालाना ओम प्रकाश 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और उन्होंने भूविज्ञान में एमएससी की डिग्री हासिल की थी। वह एक मार्च 2015 को कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी ) मुकर्रर हुए थे।
पुलिस का कहना है कि सभी एंगल से छानबीन की जा रही है और कुटुंब के करीबी सदस्य पर भी संदेह है। हादसा ने पूरे राज्य में पुलिस महकमे को झकझोर दिया है।