नशे में गाड़ी चलाने की जांच में पकड़ा गया था व्यक्ति
नलगोंडा। नलगोंडा के वन टाउन पुलिस (Police) स्टेशन परिसर में सोमवार रात एक व्यक्ति ने खुद को आग लगा ली, क्योंकि पुलिस ने नशे में गाड़ी चलाने की जांच के दौरान उसका वाहन जब्त कर लिया था। आर. नरसिम्हा नाम के व्यक्ति को गंभीर रूप से थर्ड-डिग्री जलन हुई है और उसका सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, सोमवार रात नलगोंडा कस्बे में नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ नियमित जाँच चल रही थी। मोटरसाइकिल चला रहे नरसिम्हा को रोका गया और उनकी श्वास परीक्षण किया गया, जिसमें उनके रक्त में अल्कोहल की मात्रा (BAC) 155 मिलीग्राम/100 मिलीलीटर पाई गई, जो स्वीकार्य सीमा से काफी अधिक थी। इसके बाद पुलिस ने उनकी गाड़ी ज़ब्त कर ली।
पुलिस अधिकारियों पर चिल्लाने लगा शख्स
बताया जा रहा है कि नरसिम्हा ने मौके पर पुलिस अधिकारियों से बहस की। कुछ देर बाद, वह थाने में दाखिल हुआ। एक होमगार्ड प्रवीण ने उसे देखा और उसकी पहचान पूछी। नशे की हालत में ही नरसिम्हा पुलिस अधिकारियों पर चिल्लाने लगा और सवाल करने लगा कि पुलिस उसके खिलाफ नशे में गाड़ी चलाने का मामला कैसे दर्ज कर सकती है। अचानक उसने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। होमगार्ड ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन उसे रोकने की कोशिश में उसके हाथ जल गए। थाने में मौजूद अन्य पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे, आग बुझाने के लिए कंबल का इस्तेमाल किया और नरसिम्हा को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।

आत्मदाह का हिंदी में क्या अर्थ है?
किसी व्यक्ति द्वारा स्वयं को आग लगाकर जान देना आत्मदाह कहलाता है। यह एक प्रकार का विरोध या बलिदान का तरीका भी हो सकता है, जो किसी सामाजिक, राजनीतिक या मानसिक कारण से किया जाता है। यह आमतौर पर गहन पीड़ा, विरोध या निराशा का प्रतीक होता है।
सती ने आत्मदाह क्यों किया था?
प्राचीन कथा के अनुसार सती ने अपने पिता दक्ष द्वारा अपने पति शिव का अपमान किए जाने पर शर्म और क्रोध में आत्मदाह किया था। यह घटना पौराणिक इतिहास में गहरी आस्था और पतिप्रेम का प्रतीक बन गई और इसके बाद सती प्रथा की सामाजिक परंपरा भी शुरू हुई।
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