डॉक्टरों ने सोमवार को तय की थी सर्जरी की तारीख
हैदराबाद: रविवार को उस्मानिया जनरल अस्पताल (Osmania General Hospital) की इमारत से कूदकर एक मरीज ने आत्महत्या (Suicide) कर ली। जानकारी के अनुसार, विकाराबाद जिले के तंदूर में इंदिरा नगर के ट्रक चालक अय्यूब खान (63) को 13 अगस्त को हर्निया के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने सोमवार को सर्जरी की तारीख तय की थी। रविवार को अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित वार्ड में इलाज के दौरान अय्यूब खान बाथरूम की खिड़की से कूद गया। उन्हें कई गंभीर चोटें आईं और उन्हें आपातकालीन वार्ड में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। परिवार के सदस्यों ने बताया कि शायद वह सर्जरी की आशंका से डर गए थे, जिसकी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया। उनके बेटे ने आगे बताया कि अय्यूब खान पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से अस्थिर थे। अफजलगंज पुलिस जांच कर रही है।

आत्महत्या कितना बड़ा पाप है?
धार्मिक दृष्टि से आत्महत्या को बहुत बड़ा पाप माना गया है, क्योंकि यह जीवन ईश्वर का दिया हुआ अमूल्य उपहार है। आत्महत्या करने वाला व्यक्ति न केवल अपने जीवन का अंत करता है, बल्कि परिवार और समाज को भी पीड़ा देता है। शास्त्रों में इसे अधर्म और आत्मविनाशकारी कृत्य बताया गया है।
आत्महत्या की परिभाषा क्या है?
किसी व्यक्ति द्वारा स्वयं अपने जीवन को जानबूझकर समाप्त करने की क्रिया को आत्महत्या कहा जाता है। यह मानसिक तनाव, अवसाद, असफलता या निराशा के कारण हो सकती है। चिकित्सा और कानून दोनों ही दृष्टियों से आत्महत्या एक गंभीर विषय है, जिस पर रोकथाम हेतु निरंतर प्रयास किए जाते हैं।
आत्महत्या का क्या अर्थ है?
आत्महत्या का अर्थ है आत्म के द्वारा ही अपने जीवन का अंत कर लेना। “आत्म” का तात्पर्य स्वयं से है और “हत्या” का तात्पर्य समाप्त करना है। यह कृत्य तब होता है जब व्यक्ति किसी कारणवश जीवन जीने की इच्छा खो देता है और मृत्यु को ही समाधान समझता है।
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