हर विधानसभा में होगी मासिक बैठक
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में हर महीने कार्यकर्ताओं की बैठक करने का फैसला किया है। इस कदम का मकसद ज़मीनी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद बनाए रखना और संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना है।
रविवार को दिल्ली की सभी विधानसभाओं में आप की बैठकों में विधानसभा स्तर के पदाधिकारी, वार्ड स्तर के पदाधिकारी, मंडल स्तर के पदाधिकारी, सभी फ्रंटल और विंग के पदाधिकारी शामिल हुए. कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और संगठन को मजबूत बनाने पर जोर दिया. कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने सुझाव रखे।
आम आदमी पार्टी एक बार फिर से अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गई है. इसी कड़ी में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के दिशा निर्देशन में दिल्ली में एक मासिक कार्यकर्ता बैठक का आयोजन शुरू किया गया. इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली की सभी 70 विधानसभा में हर महीने के पहले रविवार को कार्यकर्ताओं की बैठक होगी. इन बैठकों में बिजली, पानी की समस्या पर भी विचार किया गया।
आज की बैठकों में दिल्ली की मौजूदा भाजपा रकार के पिछले 100 दिन के कार्यकाल को लेकर भी वार्ता की गई. जनता की परेशानियों को मुद्दा बनाया गया. आप नेताओं ने कहा कि चुनाव से पहले किए गए सभी वादे तो कर लिए गए लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया. ये तो दिल्ली की जनता के साथ धोखा है।
हर महीने एक खास मुद्दे पर होगी चर्चा
जानकारी के मुताबिक आम आदमी पार्टी की इन मासिक कार्यकर्ता बैठकों में सभी विधानसभाओं में चर्चा के लिए कोई एक कॉमन मुद्दा होगा. आज की बैठकों का मुद्दा था, भारत-पाकिस्तान युद्ध के बीच सीजफायर. बैठक में कहा गया कि जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध चल रहा था।
PoK वापस नहीं लेने पर जताई निराशा
भारतीय सेना अपने पराक्रम का प्रमाण दे रही थी, भारत की जीत हो रही थी, तभी पाक अधिकृत कश्मीर को वापस लेने का एक सुनहरा मौका था. पिछले 70 सालों से भारतीय जनता पार्टी इस बात को हमेशा कहती रही है कि पाक अधिकृत कश्मीर हमारा है और हम उसे लेकर रहेंगे. परंतु ऐसा नहीं हो सका।
सभी विधानसभाओं में बैठक में शामिल हुए कार्यकर्ताओं का एक सांझा मत यह था कि भारत के पास एक सुनहरा मौका आया था जिसे गंवा दिया गया. आज की बैठकों में सभी कार्यकर्ताओं ने निराशा जताई और केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी भी।