AC नियम घर, ऑफिस, कार में टेंप 20–28 °C तय
सरकार ने घर, ऑफिस और कार में एसी के तापमान को 20–28 डिग्री सेल्सियस के निर्धारित दायरे में रखने का निर्देश दिया है। यह कदम केवल ऊर्जा बचत के लिए नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और बिजली की अधिकतम मांग को नियंत्रित करने के उद्देश्य से भी उठाया गया है।
नया नियम क्या कहता है?
- एसी का मिनिमम तापमान अब 20 °C होगा
- मैक्सिमम तापमान 28 °C से ज़्यादा नहीं होगा
- यह नियम लागू होगा नए एसी यूनिट्स पर – घर, ऑफिस और कारों में
- सरकार निर्माताओं को निर्देश दे रही है कि वे नए उत्पादों में यह थर्मोस्टेटिक सीमा लागू करें
नीति के पीछे वजहें (Why)
- ऊर्जा बचत: हर डिग्री बढ़ने से लगभग ₹6 % बिजली बचती है; इससे देशभर में 3 GW की मांग घट सकती है
- पर्यावरणीय असर: ऊर्जा की खपत कम होने से कार्बन उत्सर्जन न्यून होगा
- ग्रिड स्थिरता: गर्मियों में बिजली की बेमियाद मांग को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी
कैसे लागू होगा नियम?
- चरणबद्ध तरीके से शुरू होगा – पहले नए एसी (homes, offices, vehicles) में लागू होगा
- थर्मोस्टेट सेटिंग को हकईन ऊर्जा दक्षता मानकों से मेल खाने का निर्देश दिया गया है
- Bureau of Energy Efficiency (BEE) और निर्माताओं के साथ सार्वजनिक परामर्श हुआ, जनता ने सुझाव प्रस्तुत किए
नियम से लाभ और असर
उपभोक्ता दृष्टि (Consumers):
- बिजली का बिल कम आएगा
- तापमान में बदलाव जल्द ही सामान्य हो जाएगा
ऊर्जा और पर्यावरण:
- 2035 तक 60 GW बिजली की बचत संभव (यूसी बर्कले रिपोर्ट अनुसार)
- CO₂ उत्सर्जन में कमी और पर्यावरण पर सकारात्मक असर
औद्योगिक / उत्पादक वर्ग:
- एसी निर्माता सीमित रेंज के साथ नए मॉडल लाने की तैयारी में
- थर्मोस्टेटिक सर्किट और सेंसर अपडेट की आवश्यकता
सरकार का यह नया AC तापमान नियम ऊर्जा संरक्षण, बिजली मांग नियंत्रण और पर्यावरण सुरक्षा के एकीकृत दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह पहल न केवल उपभोक्ताओं के बिजली बिल में राहत लाएगी, बल्कि देश के ‘ग्रीन जोर्नी’ में भी अहम कदम साबित होगी।