सेबी क्लीन चिट के बाद निवेशकों का भरोसा
नई दिल्ली: शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद अडानी ग्रुप(Adani Group) के शेयरों ने लगातार दूसरे दिन जबरदस्त रफ्तार पकड़ी। बाजार नियामक सेबी(SEBI) द्वारा हिंडनबर्ग मामले में गौतम अडानी(Gautam Adani) को क्लीन चिट दिए जाने के बाद ग्रुप के शेयरों में भारी तेजी आई। सिर्फ दो दिनों में ही कंपनियों का मार्केट कैप 1.7 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया और यह 15 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया।
अडानी पावर का धमाकेदार प्रदर्शन
सबसे ज्यादा उछाल अडानी पावर(Adani Power) के शेयरों में देखने को मिला। बीते दो दिनों में इसमें 35% तक की बढ़ोतरी हुई है। इसी दौरान कंपनी ने 1:5 के अनुपात में स्टॉक स्प्लिट किया, जिससे छोटे निवेशकों के लिए इसमें निवेश करना आसान हो गया। यही नहीं, मॉर्गन स्टेनली(Morgan Stanley) ने भी अडानी पावर को ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी और प्रति शेयर 818 रुपये का लक्ष्य तय किया।
आज अडानी पावर में 20% का अपर सर्किट लगा, जबकि अडानी टोटल गैस में 19% और अडानी ग्रीन एनर्जी व अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में लगभग 12% की तेजी रही।
विदेशी निवेशकों का बढ़ा भरोसा
पिछले सप्ताह इमर्जिंग मार्केट्स के निवेश विशेषज्ञ क्रिस वुड ने अपने इंडिया लॉन्ग-ओनली पोर्टफोलियो में अंबुजा सीमेंट को शामिल करने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर बेच दिए थे। उनके पास पहले से ही अडानी पोर्ट्स के शेयर मौजूद थे। इस कदम ने अडानी ग्रुप के प्रति विदेशी निवेशकों के भरोसे को और मजबूत किया।
जेफरीज ने अडानी ग्रीन को 1,300 रुपये का लक्ष्य दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि अब नकारात्मक खबरों के कम होने से निवेशकों का ध्यान कंपनियों की बुनियादी स्थिति और कैश फ्लो पर केंद्रित होगा।
भविष्य की संभावनाओं पर नजर
मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि अडानी पावर का पोर्टफोलियो वित्त वर्ष 2032 तक 2.5 गुना बढ़कर 41.9 गीगावॉट तक पहुंच सकता है। इससे कोयला-आधारित क्षमता में कंपनी की हिस्सेदारी 8% से बढ़कर 15% हो सकती है।
एसबीआई सिक्योरिटीज के सनी अग्रवाल ने कहा कि अडानी पोर्ट्स, अंबुजा और एसीसी जैसे बिजनेस अब निवेशकों के लिए पसंदीदा विकल्प होंगे। उन्होंने बताया कि ये कंपनियां स्थिर कैश फ्लो उत्पन्न करती हैं और आने वाले समय में इनकी स्थिति और मजबूत हो सकती है।
अडानी ग्रुप के शेयरों में अचानक तेजी क्यों आई?
सेबी ने हिंडनबर्ग मामले में गौतम अडानी को क्लीन चिट दी, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी और ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस की सकारात्मक रेटिंग ने तेजी को और बढ़ावा दिया।
अडानी पावर को लेकर मॉर्गन स्टेनली का अनुमान क्या है?
मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि वित्त वर्ष 2032 तक अडानी पावर का पोर्टफोलियो 2.5 गुना बढ़ जाएगा। इससे कंपनी की बाजार हिस्सेदारी कोयला-आधारित ऊर्जा में 15% तक हो सकती है और निवेशकों को लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
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