कीव/ मॉस्को: रूस ने रविवार को यूक्रेन पर एक बड़ा हवाई(Air Strike) और ड्रोन हमला किया, जिसमें 805 ड्रोन और 17 मिसाइलें दागी गईं। इस हमले में कीव(Kyiv) में यूक्रेनी पीएम कार्यालय सहित कई महत्वपूर्ण सरकारी इमारतें निशाना बनीं और उनमें आग लग गई।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की(Zelensky) ने इसे “जानबूझकर किया गया अपराध” बताया और हमलों को रोकने के लिए दुनिया से मदद मांगी। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ये हमले(Air Strike) यूक्रेन के सैन्य-औद्योगिक परिसर और परिवहन बुनियादी ढांचे पर किए गए थे, जिससे हथियारों के गोदामों को नुकसान पहुँचा। इस हमले में चार लोगों की मौत हुई, जिसमें एक बच्चा भी शामिल था।
रूस के हमले का यूक्रेन का पलटवार
रूस के हमले(Air Strike) के जवाब में, यूक्रेन ने रूस की दुझबा पाइपलाइन पर ड्रोन हमला किया। यह पाइपलाइन रूस से हंगरी और स्लोवाकिया को तेल पहुँचाती है। इस हमले(Air Strike) के बाद रूस की रिफाइनिंग क्षमता में 17% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे उसके निर्यात पर भी असर पड़ा।
यूक्रेन ने वोल्गोग्राद और रोस्तोव में दो रिफाइनरियों पर भी हमला किया, जिसमें नोवोशाख्तिन्स्क रिफाइनरी में एक बड़ा विस्फोट हुआ। ये जवाबी हमले डोनाल्ड ट्रम्प और व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में हुई बैठक के बाद शुरू हुए तनाव का नतीजा हैं।
युद्ध की वर्तमान स्थिति और शांति के प्रयास
रूस-यूक्रेन युद्ध फरवरी 2022 से जारी है, जिसमें रूस ने यूक्रेन के लगभग 20% क्षेत्र पर कब्जा कर रखा है, जिसमें क्रीमिया, डोनेट्स्क, लुहांस्क, खेरसॉन और जापोरिज्जिया जैसे क्षेत्र शामिल हैं। रूस इन क्षेत्रों को छोड़ने से इनकार कर रहा है। वहीं, ज़ेलेंस्की ने कहा है कि वह अपनी जमीन का एक इंच भी नहीं देंगे और बिना किसी शर्त के तत्काल युद्धविराम की मांग कर रहे हैं।
ट्रम्प ने युद्ध को समाप्त करने के लिए दोनों नेताओं से मुलाकात की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। युद्ध के कारण हजारों लोग मारे गए हैं और लाखों यूक्रेनियन विस्थापित हुए हैं।
दुझबा पाइपलाइन पर हमला क्यों महत्वपूर्ण है?
पाइपलाइन पर हमला(Air Strike) इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह रूस से यूरोप को तेल की आपूर्ति करती है। यूक्रेन के इस हमले से रूस की तेल निर्यात क्षमता प्रभावित हुई है, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचा है।
रूस ने यूक्रेन के किन क्षेत्रों पर कब्जा कर रखा है?
यूक्रेन के करीब 20% हिस्से पर रूस ने कब्जा कर रखा है, जिसमें क्रीमिया, डोनेट्स्क, लुहांस्क, खेरसॉन और जापोरिज्जिया जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
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