Etawah में Yadav कथावाचक के साथ अभद्रता पर अखिलेश यादव की तीखी प्रतिक्रिया, योगी सरकार को दी चेतावनी

By Kshama Singh | Updated: June 24, 2025 • 6:50 PM

प्रभुत्ववादी सीमा लांघते जा रहे हैं : अखिलेश

यूपी इटावा में कथा वाचक से जाति पूछकर दुर्व्यवहार किये जाने के मामले में सपा चीफ अखिलेश यादव ने निंदा की है। साथ ही तीन में कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। उत्तर प्रदेश में इटावा (Etawah) जिले के दांदरपुर गांव में कथित तौर पर ब्राह्मण समुदाय के लोगों की ओर से यादव जाति के एक कथा वाचक और उसके सहयोगी का सिर मुंडवा देने की घटना ने राजनीतिक रूप से तूल पकड़ लिया है। पुलिस (Police) के एक अधिकारी ने बताया है कि घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आया जिस पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि यह घटना रविवार और सोमवार की मध्यरात्रि को हुई।

इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने पत्रकारों को बताया कि जिस व्यक्ति का सिर मुंडवाया गया था, उसकी शिकायत के आधार पर इटावा जिले के बकेवर थाने में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और अपर पुलिस अधीक्षक को घटना की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसएसपी ने बताया कि उक्त घटना के संबंध में दूसरे पक्ष का कहना है कि कथावाचकों ने उनसे जाति छिपाई।

जाति पूछने के बाद मुंडवाए बाल

वहीं पत्रकारों से बातचीत में पीड़ित कथा वाचक ने कहा, ”मैं पहले एक निजी स्कूल संचालित करता था लेकिन सरकार ने स्कूल बंद करवा दिया, इसलिए मैं भागवत कथा करने लगा और कथा वाचक मुकुट मणि का सहायक बन गया।’’ उसने कहा, ‘‘हमें 21 जून से दांदरपुर गांव में भागवत कथा के लिए बुलाया गया था। हमसे हमारी जाति पूछी गई। इसके बाद मुझे पूरी रात प्रताड़ित किया गया और मेरे बाल मुंडवा दिए गए।’’ इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ितों के साथ एसएसपी से मिला और उन्हें न्याय दिलाने की मांग की।

पीडीए के मान-सम्मान की रक्षा’ के लिए बड़े आंदोलन का किया जाएगा आह्वान : अखिलेश

वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चेतावनी दी कि अगर तीन दिनों में कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो ‘पीडीए के मान-सम्मान की रक्षा’ के लिए एक बड़े आंदोलन का आह्वान किया जाएगा। आज अखिलेश यादव ने लखनऊ में सपा कार्यालय में इटावा के पीड़ित कथावाचकों का सम्मान किया और उन्हें 21-21 हजार की मदद दी। साथ ही समाजवादी पार्टी की ओर से 51-51 हजार की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की गयी। इस दौरान इन कथावाचकों से कथा सुनी गयी और इसके बाद अखिलेश यादव ने सवाल किया कि भागवत कथा सब सुन सकते हैं, तो सब बोल क्यों नहीं सकते?

ये है पूरा मामला

दरअसल, इटावा के थाना बकेवर इलाके के दान्दरपुर गांव में कथा के दौरान कथा वाचक और उनके सदस्यों के साथ अमानवीय कृत्य की वारदात सामने आई है। गांव में भागवत कथा करने के लिए कथा वाचक मुकुटमणि अपने सहयोगियों के साथ मे कथा करने के लिए आए थे। पहले दिन कलश की स्थापना कराने के बाद भोजन के समय उनसे किसी ने उनकी जाति पूछ ली। इसके बाद गांव वालों ने कहा कि तुम यादव और अनुसूचित जाति के लोग हो तो कथा कैसे कर सकते हो।

इसी बात पर कहासुनी हुई जिसके बाद कथावाचक और उनकी टीम के सदस्यों को ग्रामीणों ने घेरकर पहले बाल कटवाए और नाक भी रगड़वाई। हालांकि, इस मामले में एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि वायरल वीडियो का संज्ञान आया है। पीड़ित की तरफ से तहरीर मिली है। इस मामले में एसपी ग्रामीण द्वारा पूरे मामले की जांच पड़ताल कराई जा रही है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

# Paper Hindi News #Breaking News in Hindi #Google News in Hindi #Hindi News Paper Akhilesh Yadav breakingnews latestnews trendingnews