2 अप्रैल को लोकसभा मे वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा और मतदान किया जाएगा। इसे लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं ने कमर कस ली और पार्टियों द्वारा व्हिप भी जारी किया जा चुका है। इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील की है कि संसद में वो वक्फ संसोधन बिल का विरोध करें और किसी भी परिस्थिति में इसके पक्ष में वोट न करें। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने सेक्युलर पार्टियों और सांसदों से अपील किया कि संसद में वक्फ संशोधन विधेयक को कल लोकसभा में पेश किया जाएगा, जिसका पुरजोर विरोध किया जाए और उसे सपोर्ट न करें।
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मौलाना की अपील
उन्होंने कहा, ‘वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ वोट करें ताकि भाजपा के सांप्रदायिक एजेंडा से बचा जा सके।’ उन्होंने कहा कि यह बिल ना केवल भेदभाव और अन्याय पर आधारित है, बल्कि यह संविधान के अनुच्छेद 14, 25 और 26 के मौलिक अधिकारों का भी उल्लंघन करता है। उन्होंने आगे कहा कि इस बिल के जरिए भाजपा वक्फ लॉ को कमजोर करना चाहती है और वक्फ की संपत्तियों को बर्बाद करना चाहती है, जबकि प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट के जरिए सभी मस्जिदों में मंदिरों की तलाश की जा रही है। अगर यह विधेयक पास हो जाता है तो वक्फ प्रॉपर्टीज पर अमान्य दावें बढ़ जाएंगे और कलेक्टर और जिलाधिकारियों के लिए उसे सीज करना आसान हो जाएगा।
क्या बोले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष
बोर्ड के अध्यक्ष ने आगे अपील करते हुए कहा कि हमारा देश हिंदू-मुस्लिम भाईचारा के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। हमारे देश में एक दूसरे के धर्म, रीति-रिवाज और त्योहारों का सभी सम्मान करते हैं। लेकिन देश की कमान उन लोगों के हाथ में है जो देश में सांप्रदायिक माहौल को खराब कर रहे हैं। मैं आपसे और आपकी पार्टी से अपील करता हूं कि वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लोकसभा में 2 अप्रैल के पेश किया जाएगा, जिसका पुरजोर विरोध करें, ताकि देशभर के लाखों मुस्लिम नागरिकों का विश्वास आप पर और आपकी पार्टी पर बना रहे।