अमरनाथ गुफा का रहस्य: पवित्र अमरनाथ गुफा वह स्थान है जहां भगवान शिव ने माता पार्वती को विमुक्ति का ज्ञान प्रदान किया था। इस दिव्य संवाद को ‘अमरकथा’ कहा जाता है।
जिस प्रकार श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का शिक्षा दिया था, उसी तरह शिव ने पार्वती को अमरता का रहस्य बताया।
अमरकथा सुनने वाला सुग्गा (तोता)
जब भगवान शिव पार्वती को अमरकथा सुना रहे थे, तब पार्वती के हुंकारे के बीच एक तोता भी कथा सुनने लगा। कथा के दौरान पार्वतीजी स्वप्न में चली गईं और तोता ने हुंकारा भरना आरंभ कर दिया।

शिवजी को इसका आभास हुआ तो उन्होंने तोता को त्रिशूल से हत्या का प्रयास किया। तोता तीनों लोकों में भागता रहा और अंततः व्यासजी के आश्रम में जाकर उनकी पत्नी के गर्भ में प्रवेश कर गया। यही शुकदेव मुनि के रूप में मशहूर हुए।
अमरनाथ के पवित्र युगल कबूतर
अमरनाथ गुफा का रहस्य: अमरनाथ प्रयाण के दौरान श्रद्धालुओं को गुफा में दो दिव्य कबूतरों के दर्शन होते हैं। मान्यता है कि ये कबूतर भगवान शिव के गण थे जिन्हें शिव ने श्राप दिया था।

कहा जाता है कि इन कबूतरों ने अमरकथा को सुना था, जिससे वे भी अमर हो गए। गुफा में अत्यधिक ठंड और ऑक्सीजन की कमी के बावजूद इन कबूतरों का जिंदा रहना आज भी एक रहस्य है।
अमरनाथ गुफा का आध्यात्मिक महत्व
- अमरनाथ गुफा को मोक्षदायिनी कहा जाता है।
- यहां शिवलिंग प्राकृतिक रूप से हिम से बनता है।
- गुफा में कबूतरों का दर्शन करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- अमरनाथ यात्रा जीवन में पुण्य और आध्यात्मिक उत्थान लाती है।