बाबा बर्फानी की अमरनाथ तीर्थ यात्रा एक बार फिर आतंक की चुनौती से टकरा रही है। 3 जुलाई यानी कल से शुरू हो रही यह यात्रा इस बार पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) के साए में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हो रही है। केंद्र और जम्मू-कश्मीर (Jammu-kashmir) प्रशासन की ओर से 581 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की गई है। इस बार यात्रा के दोनों रूट पहलगाम और बालटाल को ‘नो-फ्लाइंग जोन’ घोषित किया गया है। यानी अब यहां ड्रोन, गुब्बारे और हेलिकॉप्टर (Helicopter) तक उड़ाने पर रोक है।
एंटी ड्रोन सिस्टम एक्टिव
ड्रोन हमलों से निपटने के लिए सुरक्षाबलों ने एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किए किए हैं। यात्रा मार्ग में पड़ने वाले हर संवेदनशील स्थान पर अतिरिक्त निगरानी और फोर्स की तैनाती की गई है।
वेंडर के रूप में आतंकी हमले का खतरा
सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बार स्थानीय वेंडर के रूप में आतंकी घुसपैठ की आशंका है। पर सुरक्षा बल अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए सघन जांच कर रहे हैं। सभी संभावित खतरों को देखते हुए 24 घंटे सुरक्षा बल अलर्ट मोड पर हैं।

श्रद्धालुओं के लिए सख्त नियम
- -हर यात्री को आरएफआइडी कार्ड पहनना अनिवार्य है। कार्ड के बिना यात्रा की अनुमति नहीं।
- -यह कार्ड पंजीकरण के बाद जम्मू और कश्मीर के पंजीकरण केंद्रों पर दिया जाएगा।
- -यात्रियों को अपने नाम, पता और मोबाइल नंबर के साथ एक पर्ची जेब में रखनी होगी।
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