America ने फिर बनाया हूतियों को निशाना, यमन में बरसाए बम; 6 की मौत
मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच America ने यमन में हूती विद्रोहियों पर हवाई हमला किया है। इस हमले में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। America ने दावा किया है कि यह हमला हूती लड़ाकों के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया था।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब यमन में हूती विद्रोही लगातार हमलों को अंजाम दे रहे हैं, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता पर खतरा बढ़ रहा है।

हमले से जुड़ी प्रमुख बातें
America ने यमन में हूती ठिकानों पर हवाई हमले किए।
इस हमले में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई।
हूती विद्रोहियों ने America पर आक्रामक कार्रवाई करने का आरोप लगाया।
इस हमले के बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
क्यों किया गया यह हमला?
America और उसके सहयोगी देश लंबे समय से हूती विद्रोहियों के हमलों का सामना कर रहे हैं। हाल के महीनों में, हूतियों ने अमेरिकी और पश्चिमी जहाजों को निशाना बनाया, जिससे समुद्री व्यापार पर असर पड़ा है।
अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि यह हमला क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने और अमेरिकी हितों की रक्षा के लिए किया गया है।
हूती विद्रोहियों की प्रतिक्रिया
हूती विद्रोहियों ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि America के ऐसे हमले यमन में संघर्ष को और बढ़ा सकते हैं। हूती नेताओं का कहना है कि वे इस हमले का जवाब देंगे और अमेरिका को इसके परिणाम भुगतने होंगे।
क्या यह हमला बड़े युद्ध की ओर संकेत करता है?
विश्लेषकों का मानना है कि मध्य पूर्व में America और हूती विद्रोहियों के बीच संघर्ष तेज हो सकता है। अमेरिका पहले भी हूतियों के ठिकानों को निशाना बना चुका है, लेकिन इस बार यह हमला अधिक गंभीर माना जा रहा है।
यदि इस हमले के जवाब में हूती विद्रोही बड़े हमले करते हैं, तो यह संघर्ष और भी विकराल रूप ले सकता है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- संयुक्त राष्ट्र ने इस हमले को लेकर चिंता जताई है और तनाव कम करने की अपील की है।
- ईरान, जो हूती विद्रोहियों का समर्थन करता है, उसने America के हमले की कड़ी आलोचना की।
- सऊदीअरब और अन्य खाड़ी देशों नेहूती हमलों की निंदा की, लेकिन America के हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की।