America-Pakistan Deal अमेरिका क्यों दिखा रहा है पाकिस्तान पर नरमी?
हाल के दिनों में America-Pakistan Deal को लेकर खुफिया हलकों में खलबली मच गई है। दुनिया के सामने भले ही अमेरिका पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर घेरता नजर आता हो, लेकिन पर्दे के पीछे दोनों देशों के बीच कोई बड़ा खेल चल रहा है। सूत्रों के अनुसार, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के बीच किसी गुप्त समझौते की बात सामने आ रही है।
क्या है ट्रंप और असीम मुनीर के बीच का कनेक्शन?
खुफिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ट्रंप की टीम और पाकिस्तानी सेना के बीच बीते महीनों में कई बार बातचीत हुई है। ये बातचीत तब सामने आई जब असीम मुनीर अचानक अमेरिका दौरे पर गए और वहां की सुरक्षा एजेंसियों से मुलाकात की।
संभावित समझौते के बिंदु:
- पाकिस्तान को मिल सकती है आर्थिक राहत
- FATF की ग्रे लिस्ट से हटाने में सहायता
- अमेरिकी हथियारों की आपूर्ति फिर से शुरू करने पर विचार
- भारत के खिलाफ रणनीतिक मदद के संकेत
भारत की भूमिका पर सवाल
भारत के लिए ये America-Pakistan Deal किसी खतरे से कम नहीं है। भारत पहले भी इस बात पर नाराजगी जाहिर कर चुका है कि अमेरिका दोहरी नीति अपनाता है। एक तरफ वो आतंकवाद के खिलाफ सहयोग की बात करता है, और दूसरी तरफ पाकिस्तान को सहायता देने से नहीं चूकता।
सीक्रेट डील से भारत क्यों हो सकता है चिंतित?
- भारत की सीमाओं पर पाकिस्तानी सेना का रवैया फिर आक्रामक हो सकता है।
- आतंकवादियों को नया समर्थन मिल सकता है।
- अमेरिका की नीतियों पर भारत की निर्भरता कम हो सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
कई विशेषज्ञ मानते हैं कि यह डील अगर सही साबित होती है तो दक्षिण एशिया में अस्थिरता बढ़ सकती है। ट्रंप यदि 2024 में फिर से सत्ता में आते हैं तो पाकिस्तान को फिर से रणनीतिक बढ़त मिलने की संभावना है।
America-Pakistan Deal का मसला भले ही अभी पूरी तरह उजागर न हुआ हो, लेकिन इसके संकेत साफ हैं कि दोनों देशों के बीच कुछ बड़ा पक रहा है। भारत को चाहिए कि वो कूटनीतिक स्तर पर सतर्क रहे और अमेरिका से पारदर्शिता की मांग करे। ट्रंप और असीम मुनीर की यह कथित साजिश आने वाले दिनों में पूरी दुनिया की राजनीति को प्रभावित कर सकती है।