हाल ही में अमेरिका के मिनियापोलिस (Minneapolis) शहर में एक कैथोलिक स्कूल में हुई गोलीबारी की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस दुखद घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जिसमें हमलावर भी शामिल था, जबकि पांच बच्चों सहित 20 लोग घायल हुए। यह घटना उस समय हुई जब बच्चे और शिक्षक स्कूल में मौजूद थे। हमलावर ने सेमी-ऑटोमेटिक हथियार का इस्तेमाल किया और बाद में उसने खुद को गोली मार ली।
‘Kill Trump’ के नारे क्यों लिखे थे
यह घटना मिनियापोलिस के एक स्कूल में उस समय हुई, जब बच्चे और शिक्षक अपने पहले स्कूल सप्ताह में व्यस्त थे। हमलावर की पहचान अभी पूरी तरह उजागर नहीं हुई है, लेकिन प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वह मानसिक रूप से अस्थिर हो सकता था। उसकी बंदूक पर लिखे नारे वैश्विक और राजनीतिक घृणा की ओर इशारा करते हैं। “भारत पर परमाणु बम गिराओ” जैसे नारे ने भारत में भी चिंता पैदा की है, जबकि “Kill Trump” नारा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रति नफरत को दर्शाता है। एफबीआई और स्थानीय पुलिस इस मामले को घृणा अपराध या वैचारिक हिंसा के रूप में जांच रही है।
मिनेसोटा के गवर्नर टिम वाल्ज ने घटना पर दुखी
मिनेसोटा के गवर्नर टिम वाल्ज ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमारे बच्चे और शिक्षक इस भयानक हिंसा का शिकार हुए। हम उनके लिए प्रार्थना करते हैं।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब समुदाय के लिए कोई खतरा नहीं है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस घटना की निंदा की और जांच एजेंसियों की त्वरित कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने इसे अमेरिका में बढ़ती बंदूक हिंसा का एक और उदाहरण बताया।
घायलों को मिनियापोलिस के चिल्ड्रन्स मिनेसोटा और हेनेपिन हेल्थकेयर अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस घटना ने अमेरिका में बंदूक नियंत्रण और स्कूलों में सुरक्षा को लेकर चल रही बहस को और तेज कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक ध्रुवीकरण और हथियारों तक आसान पहुंच जैसे मुद्दों को उजागर करती है। भारत सरकार ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन कूटनीतिक हलकों में इसकी चर्चा शुरू हो गई है।
हमलावर के हथियार पर लिखे नारे, जैसे “भारत पर परमाणु बम गिराओ” और “Kill Trump”, यह संकेत देते हैं कि उसकी मानसिकता में वैश्विक और राजनीतिक घृणा की भावना थी। हालांकि, जांच पूरी होने तक इन नारों के पीछे के सटीक मकसद का पता लगाना मुश्किल है।
घायल बच्चों को मिनियापोलिस के चिल्ड्रन्स मिनेसोटा और हेनेपिन हेल्थकेयर जैसे अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंता पैदा की है, क्योंकि यह हिंसा और घृणा की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है। भारत सरकार ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह मुद्दा कूटनीतिक चर्चाओं का हिस्सा बन सकता है।
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