हिंदुस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी और कोच संजय बांगर के बेटे ने जेंडर चेंज कर लड़की का स्वरूप धारण किया है। अब अनाया बांगर के नाम से पहचानी जाने वालीं उन्होंने हाल ही में एक भेंटवार्ता में अपने जीवन के टकरावहो का उजागर किया है।
अनाया बांगर जेंडर चेंज के बाद आई मुश्किलें
अनाया ने बताया कि जेंडर चेंज का निर्णय उनके लिए बेहद मुश्किल रहा। पिता संजय बांगर ने उन्हें क्रिकेट छोड़ने की सुझाव दी थी। इसके अलावा, हार्मोन थेरेपी के कारण उनका क्रिकेट आजीविका भी बुरी तरह प्रभावित हुआ। अनाया ने कहा कि महिला क्रिकेट में ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को खेलने की इजाजत नहीं है, जिससे उन्हें गहरी नाउम्मीदी हुई।
साथी क्रिकेटर्स का घटिया बर्ताव
अनाया ने अपने साक्षात्कार में बताया कि कुछ साथी क्रिकेटर्स ने उनके साथ गलत व्यवहार किया। उन्होंने कहा, “कुछ खिलाड़ी मुझे गंदी-गंदी गालियां देते थे, प्राइवेट फोटो भेजते थे और कार में चलने के लिए बेबस करते थे।” इस तरह के आत्मसात ने उनके आत्मविश्वास को कांपना कर रख दिया।

क्रिकेट करियर की झलक
अनाया बांगर का क्रिकेट आजीविका बहुत लंबा नहीं चला, लेकिन उन्होंने कई स्मृतियों प्रदर्शन किए। वे यशस्वी जायसवाल, सरफराज खान और मुशीर खान के साथ क्रिकेट खेल चुकी हैं।

मुंबई में क्लब क्रिकेट खेलने के बाद, वे इंग्लैंड के मैनचेस्टर में भी काउंटी क्लब से जुड़ीं और एक मैच में अद्भुत145 रन की बारी खेली थी।
आज भी भरोसा बाकी
अनाया ने कहा कि वह महिला क्रिकेट में खेलने की इजाजत पाने के लिए मुकाबला करेंगी। वे चाहती हैं कि ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को भी समानता का अवसर मिले ताकि वे अपना टैलेंट दिखा सकें।