Andhra Pradesh ने समग्र स्वास्थ्य देखभाल दृष्टिकोण का अनावरण किया: मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने स्वस्थ राज्य के लिए जीवनशैली में सुधार की वकालत की
Andhra Pradesh के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने राज्य में एक नई और समग्र स्वास्थ्य देखभाल नीति की घोषणा की है। इस नीतिगत पहल का उद्देश्य सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों की जीवनशैली में बदलाव लाकर उन्हें संपूर्ण रूप से स्वस्थ बनाने पर केंद्रित है।
यह निर्णय ना केवल राज्य के हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करेगा, बल्कि लोगों की स्वस्थ जीवन शैली को अपनाने के लिए भी प्रेरित करेगा।

🔹 क्यों है यह नीति महत्वपूर्ण?
भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की अधिकांश योजनाएं बीमारी के इलाज पर आधारित होती हैं। जबकि Andhra Pradesh की नई नीति बीमारी की रोकथाम, जन जागरूकता, और सशक्त समुदाय के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हम सिर्फ बीमारियों से लड़ना नहीं चाहते, बल्कि एक ऐसी जीवनशैली को बढ़ावा देना चाहते हैं जो रोगों को जड़ से समाप्त कर दे।”
🔹 नीति की मुख्य बातें:
- प्रिवेंटिव हेल्थकेयर पर ज़ोर:
स्कूलों, पंचायतों और समुदाय स्तर पर हेल्थ अवेयरनेस कैंप चलाए जाएंगे। - डिजिटल हेल्थ कार्ड:
हर नागरिक को मिलेगा यूनिक हेल्थ आईडी कार्ड जिसमें उनके मेडिकल रिकॉर्ड्स डिजिटली सेव रहेंगे। - जिला स्तरीय वेलनेस सेंटर्स:
हर जिले में वेलनेस सेंटर बनाए जाएंगे, जहां योग, मेडिटेशन, डायट काउंसलिंग जैसी सेवाएं मिलेंगी। - पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप:
हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करने के लिए निजी कंपनियों को भी जोड़ा जाएगा।
🔹 जीवनशैली में सुधार की ज़रूरत
चंद्रबाबू नायडू ने इस बात पर ज़ोर दिया कि बदलती जीवनशैली ही आज की अधिकतर बीमारियों की जड़ है। उन्होंने कहा,
“नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और मानसिक शांति की ओर अगर हम गंभीरता से ध्यान दें, तो बीमारियां हमारे पास फटकेंगी भी नहीं।”
इसके अलावा, उन्होंने स्कूल पाठ्यक्रम में स्वास्थ्य शिक्षा को शामिल करने की घोषणा भी की, जिससे बच्चों में बचपन से ही हेल्दी आदतें विकसित हों।

🔹 हेल्थ बजट में बढ़ोत्तरी
इस योजना के तहत राज्य सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बजट में उल्लेखनीय वृद्धि की है। 2025 तक स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 20% अधिक फंड आवंटित करने का लक्ष्य रखा गया है।
इससे नए हॉस्पिटल्स का निर्माण, मेडिकल स्टाफ की नियुक्ति, और आधुनिक उपकरणों की खरीदी सुनिश्चित की जाएगी।
🔹 महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान
सरकार की योजना के अनुसार, गर्भवती महिलाओं, किशोरियों और छोटे बच्चों के लिए विशेष पोषण कार्यक्रम चलाए जाएंगे। “स्वस्थ माँ, स्वस्थ परिवार” थीम के तहत गांव स्तर पर जागरूकता अभियान शुरू होंगे।
🔹एक उदाहरण पेश करता राज्य
Andhra Pradesh की यह पहल न केवल राज्य के नागरिकों को लाभ पहुंचाएगी, बल्कि यह अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकती है। जब सरकारें केवल इलाज के बजाय रोकथाम और सुधार की दिशा में कदम उठाती हैं, तो परिणाम अधिक स्थायी और व्यापक होते हैं।
इस प्रकार, चंद्रबाबू नायडू का यह कदम न केवल स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है, बल्कि भारत के हेल्थकेयर मॉडल को भी एक नई दिशा दे सकता है।