- एक मामूली सी चूक – केवल एक महीने की किस्त नहीं चुकाने पर, एक रिकवरी एजेंट ने परिवार पर ऐसा कहर बरपाया कि उन्हें अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।
बैंक का कर्ज और रिकवरी एजेंट की ज्यादती
- परिवार ने बैंक से लोन लिया था, जिसकी किश्तों का भुगतान नियमित रूप से किया जा रहा था।
- एक महीने की किस्त नहीं चुकाने पर, रिकवरी एजेंट घर पर आ धमका।
- जबरदस्ती, गाली-गलौच और धक्कामुक्की के साथ सामान बाहर फेंका गया।
आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के प्रकाशम में एक परिवार ने आर्थिक तंगी के चलते अपना घर गिरवी रखकर एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था. उन्होंने किस्तों में लोन (Loan) वापस करना तय किया. हर महीने किस्त जाती थी. लेकिन जब एक बार पैसों की कमी के चलते परिवार एक महीने की किस्त (Installment) जमा नहीं कर पाया और उसने कंपनी से कुछ वक्त मांगा तो कंपनी के रिकवरी एजेंट ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें घर से निकालकर उनके घर में ताला डालकर चले गए.
आंध्र प्रदेश Andhra Pradesh के प्रकाशम के सिंगारायकोंडा मंडल के एक गांव में एक प्राइवेट कंपनी के फाइनेंस कंपनी के रिवकवरी एजेंट के खिलाफ एक बुजुर्ग कपल ने शिकायत की और न्याय की गुहार लगाई. कपल ने बताया कि कंपनी के एजेंटों ने उनके घर पर ताल डाल दिया है और उन्हें घर से बाहर निकाल दिया है. जबकि उन्होंने लोन के आधे पैसे वापस कर दिए हैं और बाकी भी किस्तों में वापस कर रहे हैं
ये मामला सिंगारायकोंडा मंडल के बनगनपल्ली गांव से सामने आया है. गांव की एसटी कॉलोनी में एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के वसूली एजेंटों ने जमकर उत्पात मचाया. दरअसल, कॉलोनी में रहने वाले पोटलुरी वेंकटराज नाम के शख्स ने पारिवारिक जरूरतों के लिए फाइव स्टार फाइनेंस कंपनी के पास अपना घर गिरवी रखकर 2.50 लाख रुपए का लोन लिया था. वह हर महीने फाइनेंस कंपनी को पैसे जमा करता रहा.
घर में घुसकर किया तांडव
हालांकि, फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंट पिछले कुछ दिनों से वेंकटराजा का पीछा कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि उन्होंने 2.50 लाख रुपये में से सिर्फ 1.70 लाख रुपये का भुगतान किया है. वेंकटराजा का कहना है कि उन्हें मासिक किस्तों के पैसे चुकाने में परेशानियों की वजह से एक महीने की देरी हुई है. हालांकि वह जल्द ही पैसे चुका देंगे. उन्होंने रिकवरी एजेंट से कुछ समय मांगा. लेकिन, रिकवरी एजेंटों ने वेंकटराजा की बात नहीं सुनी और मारपीट पर उतर आए. वह उनके घर में घुसे और उनके साथ मारपीट करते हुए तांडव मचाया. फिर परिवार के सदस्यों को बाहर निकाल दिया. इसके बाद वह उनके घर पर ताला डालकर चले गए.
बेघर हो गया परिवार
वेंकटराज के माता-पिता, पोटलुरी वेंकटेश्वरलू और वेंकैयाम्मा ने फाइनेंस रिकवरी एजेंटों के खिलाफ शिकायत की. उन्होंने बताया कि उन्होंने पैसों के तंगी की चलते एक महीने से अपने बिलों का भुगतान नहीं किया है. ऐसे में उनके घर पर ताला डाल दिया गया है. अब वह बेघर हो गए और अपने घर के आगे बेबस बैठे हुए हैं. उनका बेटा हैदराबाद में कुली का काम करता है और पैसे भेजता है. लेकिन इस बार जब वह एक महीने तक किस्त के पैसे नहीं भेज पाया तो फाइव स्टार कंपनी के रिकवरी एजेंटों ने उन्हें जबरन घर से बाहर निकाल दिया. अब पीड़ित न्याय की गुहार लगा रहे हैं.