वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के वरिष्ठ नेता और पुंगनूर से विधायक पेद्दीरेड्डी रामचंद्र रेड्डी एक बड़े विवाद में फंस गए हैं। उन पर और उनके परिवार पर चित्तूर जिले की सरकारी वन भूमि पर अवैध कब्जे का इलज़ाम लगाया गया है। इस विषय को लेकर वन विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है और आपराधिक मामला प्रविष्ट किया गया है।
मंगलमपेटा क्षेत्र में 27.98 एकड़ वन भूमि पर अतिक्रमण
वन अधिकारियों की प्रतिवेदन के मुताबिक, मंगलमपेटा प्रदेश में पेद्दीरेड्डी और उनके परिजनों ने करीब 27.98 एकड़ वन भूमि पर अवैध कब्जा किया है। जांच में यह भी सामने आया कि बिना किसी वैध परमिट के जमीन पर बोरवेल खोदे गए और निर्माण गतिविधियाँ की गईं, जो पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है।
परिवार के कई सदस्य मामले में आरोपी
इस प्रतिवेदन में पेद्दीरेड्डी(Peddireddy ) के साथ-साथ उनके बेटे और राजमपेटा के सांसद पेद्दीरेड्डी मिथुन रेड्डी, भाई थांबलपल्ली विधायक पेद्दीरेड्डी द्वारकनाथ रेड्डी, और अन्य परिजनों को भी आरोपी बनाया गया है। वन विभाग ने 6 मई को इस संबंध में एफआईआर दर्ज की।
जांच समिति की रिपोर्ट में खुलासा
यह विवाद तब उभरा जब 29 जनवरी को एक पत्रिका ने “वन में अवैध साम्राज्य” शीर्षक से रिपोर्ट प्रकाशित की। इसके बाद जिला कलेक्टर सुमीत कुमार, एसपी मणिकांठा, और वन संरक्षक यशोदाबाई ने मिलकर एक पड़ताल समिति बनाई। समिति की रिपोर्ट में वन भूमि पर अवैध निर्माण, पर्यावरण क्षति और कब्जे की पुष्टि की गई।
कानूनी कार्रवाई की तैयारी
वन विभाग द्वारा अतिक्रमित भूमि की सीमा चिह्नित की जा रही है और शीघ्र ही चार्जशीट पाकला कोर्ट में दायर की जाएगी। राज्य के डिप्टी सीएम पवन कल्याण ने भी इस समस्या पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि दोषियों के विरुद्ध आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में सम्मिलित सरकारी अधिकारियों की भूमिका की भी पड़ताल की जा रही है।
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YSRCP नेता पेड्डी रेड्डी पर वन भूमि अतिक्रमण का गंभीर आरोप