Apara Ekadashi 2025 इन चीजों का दान करेगा मालामाल धन-धान्य से भर जाएगा घर का भंडार, जानें व्रत और दान की महिमा
क्या है अपरा एकादशी का महत्व? Apara Ekadashi 2025 को लेकर हिंदू पंचांग में विशेष धार्मिक महत्त्व बताया गया है। यह व्रत जयेष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को आता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत और दान करने से सारे पाप समाप्त हो जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।
Apara Ekadashi 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
इस वर्ष अपरा एकादशी 31 मई 2025 को मनाई जाएगी। एकादशी तिथि की शुरुआत 30 मई की रात 11:25 बजे से होगी और समाप्ति 31 मई को रात 9:45 बजे तक होगी। व्रत एवं दान कार्य 31 मई को ही शुभ रहेगा।
अपरा एकादशी पर क्या करें दान?
इस दिन दान करने का विशेष फल मिलता है। खासकर निम्न वस्तुएं दान करने से घर में सुख-शांति और धन की वृद्धि होती है:
- जल से भरे घड़े (कलश)
- काले तिल और उड़द की दाल
- वस्त्र (विशेषकर सफेद)
- चांदी या तांबे के बर्तन
- गुड़ और घी
- जूते-चप्पल और छाता
इन वस्तुओं का ब्राह्मण या ज़रूरतमंदों को दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
व्रत की विधि और नियम
- व्रतधारी को प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
- भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें, तुलसी अर्पित करें।
- दिनभर फलाहार करें और रात्रि जागरण कर भजन-कीर्तन करें।
- द्वादशी के दिन ब्राह्मण को भोजन कराकर दान देना विशेष पुण्यदायक होता है।
क्या हैं अपरा एकादशी के लाभ?
Apara Ekadashi 2025 पर विधिपूर्वक व्रत और दान करने से:
- पापों का नाश होता है
- आर्थिक तंगी दूर होती है
- परिवार में सुख-शांति बनी रहती है
- मोक्ष की प्राप्ति होती है
Apara Ekadashi 2025 एक शुभ अवसर है आत्मशुद्धि, भक्ति और पुण्य अर्जन का। इस दिन दान करने से न केवल वर्तमान जीवन सुधरता है, बल्कि आत्मिक कल्याण भी होता है। अतः इस व्रत को श्रद्धापूर्वक करें और घर को भरें समृद्धि से।