IAF की सूझबूझ से बच रही हजारों पाकिस्तानियों की जान
पाकिस्तानी हुकूमत और उसकी फौज की बदहवासी का आलम यह है कि वे अपने और विदेशी नागरिकों को चारे की तरह इस्तेमाल करने से भी नहीं चूक रहे. भारत अगर संयम नहीं दिखाए तो हजारों निर्दोष जानें जा सकती हैं।
नई दिल्ली: रात होते ही पाकिस्तान की सेना ने जो किया, वह सिर्फ उकसावे की कार्रवाई नहीं थी. यह अंतरराष्ट्रीय नियमों और मानवाधिकारों की खुली धज्जियां उड़ाने वाला हमला था. और इस खतरनाक साजिश के पीछे था पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर का दिमाग. लेकिन भारत ने सिर्फ अपनी जमीन ही नहीं बचाई, पाकिस्तान के हजारों नागरिकों की जान भी भारतीय वायुसेना की सूझबूझ की वजह से बच गई. पाकिस्तान जिस समय ड्रोन अटैक करता है, उस समय अपना एयरस्पेस खोल देता है. लेकिन भारत जवाबी कार्रवाई करते समय संयम बरतता है, नहीं तो हजारों लोगों की जान पर बन आए।
दुनिया के सामने पाकिस्तान की असलियत
- Wing Commander व्योमिका सिंह के मुताबिक, पाकिस्तान ने जानबूझकर अपने नागरिक विमानों को बंद ढाल की तरह इस्तेमाल किया. जब 7 मई की रात 8:30 बजे पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से हमला शुरू किया, उस वक्त उसने अपने एयरस्पेस को बंद नहीं किया. कराची से लाहौर तक की सिविल फ्लाइट्स भारतीय सीमा के पास से गुजर रही थीं. भारत ने हाई अलर्ट पर एयर डिफेंस सिस्टम चालू किया लेकिन किसी भी नागरिक विमान को नुकसान न पहुंचे, इसका पूरा ध्यान रखा. भारतीय वायुसेना ने जबरदस्त संयम दिखाया, वर्ना आज सैकड़ों पाकिस्तानी नागरिक मारे जा चुके होते. पाकिस्तान ने यही हरकत 9 मई की रात को ड्रोन हमले के दौरान भी की।
300 से ज्यादा ड्रोन, 36 टारगेट
- भारतीय रक्षा सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने लेह से लेकर सायर क्रीक तक 36 लोकेशन पर 300 से 400 ड्रोन भेजे. इनमें से अधिकतर ड्रोन सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए भेजे गए थे. भारतीय फोर्सेज ने कई ड्रोन को मार गिराया. अब तक की जांच में सामने आया है कि इनमें से कई ड्रोन तुर्की के असिसगार्ड सोंगर मॉडल के थे. इनका मकसद भारतीय एयर डिफेंस की कमजोरी तलाशना और खुफिया जानकारी जुटाना था।
विदेश सचिव का दो टूक जवाब
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान की झूठी बातों को नकारते हुए कहा कि पाकिस्तान झूठे दावे कर रहा है कि भारत अपने ही शहरों पर हमला कर रहा है. इतना ही नहीं, पाकिस्तान ने यह तक फैलाया कि भारत ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे को ड्रोन से निशाना बनाया, जो पूरी तरह झूठ और सांप्रदायिक तनाव फैलाने की साजिश है।