सिडनी। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट (Australian Cricket) टीम इस समय एक बड़ी चुनौती से गुजर रही है। क्रिकेट विशेषज्ञों और पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि यदि ऑस्ट्रेलिया को 2027 विश्व कप में मजबूत दावेदारी पेश करनी है तो उसे अभी से ही अपनी टीम का पुनर्निर्माण करना होगा। विशेष रूप से टीम को स्टीव स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल जैसे अनुभवी और मैच-विजेता खिलाड़ियों के विकल्प तलाशने होंगे, जिन्होंने हाल ही में चैम्पियंस ट्रॉफी (Champions Troffy) के बाद एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी।
स्मिथ और मैक्सवेल की अहमियत
- स्टीव स्मिथ को आधुनिक युग के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में गिना जाता है। उनकी तकनीकी निपुणता और लंबी पारी खेलने की क्षमता ने ऑस्ट्रेलिया को कई महत्वपूर्ण मुकाबले जिताए हैं।
- दूसरी ओर, ग्लेन मैक्सवेल अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और उपयोगी स्पिन गेंदबाजी के कारण टीम के संतुलन का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। वे किसी भी स्थिति में मैच का रुख बदलने की क्षमता रखते हैं।
- इन दोनों की विदाई ने टीम में ऐसा शून्य छोड़ दिया है, जिसकी भरपाई करना आसान नहीं होगा।
चयनकर्ताओं के सामने चुनौती
दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज़ को चयनकर्ता और टीम प्रबंधन नई प्रतिभाओं को परखने का अवसर मान रहे हैं।
- हालांकि, चोटों ने टीम संयोजन को कठिन बना दिया है। मैथ्यू शॉर्ट, मिचेल ओवेन और लांस मौरिस इस सीरीज़ से बाहर हैं।
- ऐसे में सवाल यह है कि स्मिथ और मैक्सवेल की जगह किसे दी जाए और कौन खिलाड़ी इस मौके का फायदा उठाकर अपनी जगह पक्की कर पाएगा।
संभावित नए चेहरे
- टीम प्रबंधन ने मार्नस लाबुशेन को वनडे सीरीज़ में मौका दिया है। भले ही वह टेस्ट टीम से बाहर हो चुके हैं, पर उनका अनुभव युवा खिलाड़ियों के लिए सहारा हो सकता है।
- युवा प्रतिभाओं में कूपर कोनोली, आरोन हार्डी और मैट कुहनेमैन प्रमुख नाम हैं।
- माना जा रहा है कि यदि इनमें से कोई खिलाड़ी इस अवसर पर शानदार प्रदर्शन करता है तो वह भविष्य में स्मिथ और मैक्सवेल का विकल्प बन सकता है।
विपक्ष की मजबूती
- दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीकी टीम कहीं अधिक संतुलित और आत्मविश्वास से भरी नजर आ रही है।
- हेनरिक क्लासेन की जगह टीम ने युवा बल्लेबाज डेवाल्ड ब्रेविस को शामिल किया है।
- ब्रेविस ने पहले ही टी20 क्रिकेट में अपनी पहचान बना ली है और अब वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने जा रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका को उम्मीद है कि वह टीम के मध्यक्रम को नई मजबूती देंगे।
विशेषज्ञों की राय
पूर्व खिलाड़ियों और विश्लेषकों का मानना है कि:
- ऑस्ट्रेलिया को अभी से एक दीर्घकालिक रणनीति अपनानी होगी।
- युवा खिलाड़ियों को नियमित मौके देकर उन्हें विश्व कप जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना चाहिए।
- स्मिथ और मैक्सवेल जैसे खिलाड़ियों की जगह कोई तुरंत नहीं ले सकता, लेकिन युवा ऊर्जा, प्रशिक्षण और अनुभव से यह कमी धीरे-धीरे पूरी की जा सकती है।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम इस समय संक्रमण काल से गुजर रही है। स्मिथ और मैक्सवेल की विदाई ने जहां एक खालीपन छोड़ा है, वहीं नई प्रतिभाओं के लिए खुद को साबित करने का सुनहरा अवसर भी दिया है। अब देखना यह होगा कि आने वाली सीरीज़ों में कौन-सा खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के भविष्य का स्तंभ बनकर उभरता है।
स्टीव स्मिथ कौन हैं?
स्टीव स्मिथ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं, और पहले ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के तीनों फॉर्मेट के कप्तान रह चुके हैं। 23 दिसंबर 2015 को, 2014-15 सत्र के लिए स्मिथ को आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर और टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर के नाम पर सर गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी से सम्मानित किए गए थे।
मैक्सवेल का पूरा नाम क्या है?
जेम्स क्लर्क मैक्सवेल, जिन्हें जेम्स सी. मैक्सवेल के नाम से भी जाना जाता है, स्कॉटलैंड के एक असाधारण और प्रतिभाशाली गणितज्ञ थे।
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